अपूर्वी चंदेला और रवि कुमार की जोड़ी ने एयर राइफल मिक्सड टीम इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीतकर इस एशियन गेम्स में भारत का खाता खोला. भले ही भारत का यह इस गेम्स में यह पहला मेडल हो, लेकिन शूटिंग में रविवार का निराशा वाला ही रहा. क्वालिफिकेशन राउंड में भारतीय जोड़ी दूसरे पायरदान पर रही थी, वहीं फाइनल्स में पहले यह जोड़ी आगे ही चल रही थी, लेकिन बाद में पिछड़ने के बाद तीसरे स्थान से ही संतोष करना पड़ा. इससे पहले 10 मीटर एयर पिस्टल में भी भारतीय उम्मीदों को झटका लगा था. युवा सनसनी मनु भाकर और अभिषेक वर्मा की जोड़ी क्वालिफाइ तक नहीं कर पाई.
10 मीटर एयर राइफल में शुरुआत में टक्क्र चाइनीज ताइपे और भारत के बीच ही देखने को मिल रही थी. भारतीय टीम 308.5 पॅाइंट्स के साथ दूसरे स्थान पर और चाइनीज ताइपे 310.2 अंक के साथ पहले स्थान पर चल रही थी. चीन की टीम तीसरे स्थान पर थी, लेकिन भारतीय टीम अपनी इस बढ़त को कायम नहीं रख पाई और तीसरे स्थान पर फिसल गई. कोरिया टीम के बाहर होने के बाद भारतीय टीम का एक पदक तो पक्का हो ही गया था, लेकिन वह इससे उपर नहीं जा पाई और 429.9 अंक के साथ ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया. चाइनीज ताइपे ने एशियन गेम्स का रिकॉर्ड स्थापित करते हुए 494.1 अंक के साथ गोल्ड और 492.5 अंक साथ सिल्वर मेडल जीता.
टीम चुनते वक्त भी हुआ था विवाद
क्वालिफिकेशन राउंड की शीर्ष पांच जोड़ी फाइनल्स में कदम रखती है और 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में मनु भाकर और अभिषेक वर्मा की जोड़ी कुल 759 अंक के साथ छठें पायदान पर रही और फाइनल्स के लिए क्वालिफाइ करने से चूक गई. भारत का क्वालिफाइ ना करना आज की सबसे बड़ी निराशाजनक खबर रही. खासतौर से मनु भाकर का नाकाम होना, क्योंकि इस टीम को चुनते वक्त विवाद भी हुआ था. मनु भाकर को नेशनल रैंकिंग के आधार पर चुना गया था. जिसके बाद भारत की दूसरी पिस्टल शूटर हीना सिद्धू काफी एतराज जताया था. मनु भाकर ने रविवार को 94,93,97,94 के साथ कुल 378 पॉइंट्स ही हासिल कर सकीं, जबकि उनके साथ अभिषेक वर्मा ने 381 पॉइंट्स हासिल किए. हालांकि अब भी मनु भाकर के पास सिंगल इवेंट में मेडल हासिल करके इस नाकामी को भूलने का मौका है.