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69 मेडल@69 कहानियां: पढ़ाई से बचने के लिए सौरभ ने थामी थी पिस्‍टल

कहानी 5 : 16 साल के सौरभ एशियन गेम्‍स में 10 मीटर एयर पिस्‍टल में गोल्‍ड जीतने वाले भारत ने पहले शूटर बनकर वापस देश आए हैं

FP Staff

मेरठ के सौरभ चौधरी ने गोल्‍ड पर निशाना साधकर रातोंरात स्‍टार बन गए. 16 साल के सौरभ एशियन गेम्‍स में 10 मीटर एयर पिस्‍टल में गोल्‍ड जीतने वाले भारत ने पहले शूटर बन गए हैं. इससे पहले विजय कुमार ने इस इवेंट में भारत को मेडल दिलवाया था. 2010 एशियाड में विजय कुमार ने ब्रॉन्‍ज मेडल जीता था. भारत ने इस युवा निशानेबाज ने दो बार के ओलिंपियन और वर्ल्‍ड चैंपियन जापान के मतसुदा को हराया, लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि उन्होंने तीन साल पहले ही सौरभ ने पिस्‍टल पकड़ना सीखा है और वो भी पढ़ाई से बचने के लिए. जी हां, सौरभ का पढ़ाई में मन नहीं लगता था और वो उन्‍होंने इससे बचने के लिए शूटिंग को चुन लिया. किसान परिवार से ताल्‍लुक रखने वाले सौरभ का इसमें सभी ने साथ दिया.

11वीं के स्‍टूडेंट सौरभ को इसके बाद शूटिंग से इतना अधिक प्‍यार हो गया है कि कई बार तो ट्रेनिंग के चक्‍कर में वह लंच करना भी भूल जाते थे. इस युवा निशानेबाज ने फाइनल राउंड में मतसुदा पर अपने निशानों से ऐसा दबाव बना दिया था कि आखिरी शॉट में वह अपना ध्‍यान नहीं लगाए पाए और खराब शॉट लगाकर दूसरे स्‍थान पर फिसल गए.