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ASIAN GAMES 2018: जानें क्‍या है पहली बार शामिल हुआ जु-जित्सु का खेल

जापान के इस खेल का इतिहास करीब 2500 वर्ष पुराना है

Kiran Singh

अगले माह इंडोनेशिया में एशियन गेम्‍स होने वाले हैं और इस गेम्‍स में कई नए खेलों को जोड़ा गया है, जिसमें सबसे ज्‍यादा मार्शल आर्टस शामिल हैं. कराते, ताइक्‍वांडो, वुशू, जूडो जैसे मार्शल आर्ट से तो हर कोई वाकिफ है, लेकिन इस एशियन गेम्‍स में कुछ ऐसे भी मार्शल आर्ट्स को शामिल किया गया है, जो भले ही हमारे लिए नए हो, लेकिन इनका इतिहास वर्षों पुराना है.

जु-जित्सु


इस नाम को शायद आप पहली बार पढ़ रहे होंगे, लेकिन हमारे देश में कुछ ऐसे लोग भी है तो इस खेल को बखूबी जानते हैं. यहां तक कि चांदनी चौक टू चाइना के लिए दीपिका पादुकोण ने इसी खेल को सीखा था. इंडोनेशिया में हो रहे इस एशियन गेम्‍स में जु-जित्सु को जोड़ा गया है. जु-जित्सु जूडो से काफी मिलता जुलता है. जापान के इस खेल का इतिहास करीब 2500 वर्ष पुराना है. जापान के एक प्रांत में सेना के रणनीतिज्ञ ताकेनेउची हिसामोरी द्वारा इसे तैयार किया गया था. यह काफी पारंपरिक होता है. जु-जित्सु सिर्फ लॉक्‍स और थ्रो का ही खेल है. इसमें विपक्षी खिलाड़ी को उसी की ताकत में उलझा कर उसे काबू में किया जाता है. जु-जित्सु को मॉर्शल आर्ट का चीज भी कहा जाता है.

क्या हैं नियम 

इस एशियन गेम्‍स में जु-जित्सु कॉम्‍पीटिशन 8 कैटेगरी में होगी, जिसमें 6 पुरुष वर्ग और दो महिला वर्ग में होगा. प्रत्‍येक भार वर्ग में डबल एलिमिनेशन रेपचेज  राउंड शामिल होगा. वहीं अंक मैच के सेंट्रल रेफरी द्वारा दिए जाएंगे, जब खिलाड़ी तीन सेकंड के लिए एक पोजीशन में स्थिर हो जाएगा. पांच मिनट के एक राउंड में खिलाड़ी को उसकी पैंतरेबाजी के अनुसार दो/ तीन/ चार अंक दिए जाते हैं .

इन 11 तरीकों से होता है फैसला

इस एशियन गेम्‍स में जु-जित्सु के मुकाबले 24 से 26 अगस्‍त तक होंगे. इसमें अंक हासिल पेनल्‍टीज और विपक्षी खिलाड़ी पर एडवांटेज से भी मिलते हैं. इस खेल में 11 तरीकों से फैसला किया जाता है.

1 सब्मिशन द्वारा

2 अंक द्वारा

3 रेफरी द्वारा प्रतियोगिता रोकने पर

4 एडवांटेज द्वारा

5 पेनल्‍टीज द्वारा

6 रेफरी के फैसले द्वारा

7 रेंडम पिक द्वारा

8 इंजुरी की वजह से

9 आधिकारिक डॉक्‍टर के हस्‍तक्षेप से

10 विपक्षी को वॉक ओवर मिलने पर

11 डिक्‍वालिफिकेशन द्वारा