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Asian Games 2018: आखिर इन 83 एथलीट्स की किट का खर्चा उठाने को क्यों तैयार नहीं है आईओए!

पहली बार एशियाड में शामिल हुए इन खेलों के एथलीट्स को अपनी किट का खर्चा अपनी जेब से ही भरने का जारी हुआ फरमान

FP Staff

इंडोनेशिया के शहर जकार्ता में होने वाले एशियन गेम्स से पहले इंडियन ओलिंपिक ऐसोसिएशन और इन गेम्स में जाने वाले एथलीट्स से जुड़े विवाद थमते नहीं दिख रहे हैं. ताजा मामला इन खेलों में जाने वाले उन 83 एथलीट्स से जुड़े हैं जिन्हें एशियन गेम्स में अपनी किट्स का खर्चा खुद ही उठाने का फरमान जारी किया गया है.

दरअसल इस बार एशियन गेम्स में कुछ ऐसे खेलों को भी शामिल किया गया है जिनकी ऐसोसिएशंस को आईओए से मान्यता नहीं मिली है. जकार्ता जाने वाले 541 एथलीट्स में से 83 एथलीट्स ऐसे ही खेलों से जुड़े हैं. आईओए के ताजा फरमान के मुताबिक इन एथलीट्स को गेम्स में अपनी किट्स का खर्चा खुद ही उठाने के लिए कहा गया है.


ये 46 पुरुष और 37 महिला एथलीट्स को एशियन गेम्स में जाने के लिए तो आईओए ने हरी झंडी दे दी है लेकिन उनका खर्चा उठाने के लिए आईओए तैयार नहीं है. इनमें से ब्रिज के 24, स्पोर्ट्स क्लिंबिंग के तीन, सॉफ्ट टेनिस के 10, सेपक टेकरॉ के 24, सांबो का एक एथलीट, रॉलर स्केटिंग के चार, पेंचक सिलाट के तीन और कुराश के 14 एथलीट्स शामिल हैं.

इन फेडरेशंस को अपने एथलीट्स की किट्स उसी वेंडर से तैयार करवाने का निर्देश दिया गया है जिससे आईओए बाकी एथलीट्स की किट्स तैयार कराती है. इस किट में ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी में पहनी जाने वाली ड्रैस के साथ कंपटीशन और ट्रेनिंग की किट भी शामिल है. इस मसले को लेकर आईओए में भी कन्फ्यूजन नजर आ रहा है. इंडियन एक्सप्रैस के मुताबिक आईओए के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा का कहना है कि बाद में इस खर्चे का भुगतान कर दिया जाएगा जबकि कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे मानते है कि इसका भुगतान इनकी फेडरेशंस को ही करना होगा.