इंडोनेशिया में इतिहास रचने वाली भारत की स्वप्ना बर्मन को अब अपने साइज में जूते के लिए ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ेगा. हेप्टाथलन में भारत को एशियन गेम्म के इतिहास का पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाले पश्चिम बंगाल की बर्मन के पांवों में जन्म से ही छह- छह उंगलियां है और उन्हें आम जूते फिट नहीं आते. मेडल जीतने के बाद उनके द्वारा सही जूतों के लिए की गई अपील के बाद चेन्न्ई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री स्पोर्ट्स फुटवियर बनाने वाली बड़ी कंपनियों से खास जूतें बनाने की बात कर रही है.
गौरतलब है कि बुधवार को बर्मन एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारत की पहली हेप्टाथलीट बनी थी. वह पूरे मुकाबले में दांत के दर्द से जूझ रही थी और उसके बावजूद भी वह उन सब को दर्द को पीछे छोड़ते हुए गोल्ड मेडल की रेस में सबसे आगे निकल गई. जीत के बाद इस खिलाड़ी ने खुलासा किया था कि उनके दोनों पांवों में छह-छह उंगलियां है और ट्रेनिंग के दौरान इसके अनुसा जूते नहीं होने के बाद उन्हें ही होता था और साथ ही उन्होंने अपने पांवों के हिसाब के जूतों की अपील भी की थी.
उनकी स्थिति को देखते हुए आईसीएफ महाप्रबंधक एस मनी ने अपने खेल विभाग को तुरंत ही उनके पांवों के अनुकूल जूतों की व्यवस्था करने के निर्देश दिए और साथ ही यह सुनिश्चित करने के लिए भी कहा कि वे जल्द से जल्द इस खिलाड़ी तक पहुंच जाएं.