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Asian Games 2018 : हिमा दास, दुती चंद और मोहम्मद अनस ने दिलाया सिल्वर

गोविंदन लक्ष्मणन ने पुरुषों की 10,000 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था, लेकिन एक लैप के दौरान ट्रैक से बाहर जाने के कारण उनसे यह पदक छीन लिया गया

FP Staff

भारत को रविवार को 18वें एशियन गेम्स की एथलेटिक्स प्रतियोगिता में भारत का अच्छा प्रदर्शन जारी रहा. हिमा दास और मोहम्मद अनस ने क्रमश: महिला और पुरुष 400 मीटर दौड़ में रजत पदक जीते. स्टार फर्राटा धाविका दुती चंद ने महिला 100 मीटर दौड़ का रजत पदक जीता जो देश का इन खेलों में 20 साल में पहला पदक है. लेकिन भारत के हाथ से एक पदक आने के बाद भी फिसल गया, जब गोविंदन लक्ष्मणन ने पुरुषों की 10,000 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था, लेकिन एक लैप के दौरान ट्रैक से बाहर जाने के कारण उनसे यह पदक छीन लिया गया.

हिमा और अनस को इन स्पर्धाओं में रजत पदक का ही दावेदार माना जा रहा था क्योंकि इन स्पर्धाओं में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी शीर्ष पर रहने के प्रबल दावेदार थे. पहले हिमा दास ने महिलाओं की 400 मीटर स्पर्धा का रजत पदक जीता. हिमा ने जीबीके मेन स्टेडियम में रविवार को आयोजित फाइनल में 50.79 सेकेंड के समय के साथ दूसरा स्थान हासिल किया और साथ ही दो दिन में दूसरी बार राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा. हिमा ने शनिवार को 51.00 सेकेंड के राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ फाइनल में जगह बनाई थी. उन्होंने 2004 में चेन्नई में मनजीत कौर (51.05 सेकेंड) के बनाए 14 साल पुराने रिकॉर्ड में सुधार किया था.


इस स्पर्धा में बहरीन की सलवा नासिर ने 50.09 सेकेंड के साथ स्वर्ण जीता. यह नया एशियन रिकॉर्ड है. कांस्य कजाकिस्तान की एलिना मिखिना को मिला. मिखिना ने 52.63 सेकेंड समय निकाला. नाइजीरिया में जन्मीं और 2017 विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता सलवा को स्वर्ण पदक जीतने के लिए अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा.। वह इस साल डाइमंड लीग सीरीज के चार चरण जीत चुकी हैं. महिला 400 मीटर में चुनौती पेश कर रही एक अन्य भारतीय निर्मला 52.96 सेकेंड के साथ चौथे स्थान पर रहीं.

भारत के धावक मोहम्मद अनस याहिया ने पुरुषों की 400 मीटर स्पर्धा के फाइनल में रजत पदक जीता. मोहम्मद अनस ने 45.69 सेकेंड का समय लेकर भारत को रजत दिलाया. वहीं राजीव अरोकिया 45.84 सेकेंड के साथ चौथे स्थान पर रहे. कतर के हसन अब्दालेलाह 44.89 सेकेंड के साथ शीर्ष पर रहे.

दुती मामूली अंतर से राष्ट्रीय रिकॉर्ड से चूकीं

सातवें नंबर की लेन में दौड़ रही दुती ने 11.32 सेकेंड का समय लिया जो 11.29 सेकेंड के उनके राष्ट्रीय रिकॉर्ड से मामूली रूप से कम है. बहरीन की ओडियोंग एडिडियोंग ने करीबी मुकाबले में 11.30 सेकेंड के समय के साथ सोने का तमगा जीता, जबकि चीन की वेई योंगली ने 11.33 सेकेंड के समय से कांस्य पदक हासिल किया. ओडिशा की 22 साल की दुती अपने पहले एशियन गेम्स में हिस्सा ले रही हैं. आईएएएफ ने 2014 में अपनी हाइपरएंड्रोगेनिजम नीति के तहत उन्हें निलंबित कर दिया था, लेकिन उन्होंने खेल पंचाट में अपील दायर की और इस मामले में जीत दर्ज करते हुए वापसी की. हाल में आईएएएफ के संशोधित नियम के तहत दुती हाइपरएंड्रोगेनिजम नीति के दायरे से बाहर रहीं जिससे उन्हें अपना करियर आगे बढ़ाने का मौका मिला. भारत ने 100 मीटर महिला दौड़ में पिछली बार 1998 में पदक जीता था जब रचिता मिस्त्री कांस्य पदक जीतने में सफल रही थीं.

अनु और जौना 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में

एशियाई चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता अनु राघवन ने महिला 400 मीटर बाधा दौड़ के फाइनल में जगह बनाई. केरल की इस 25 साल की खिलाड़ी ने हीट दो में तीसरा सबसे तेज समय निकाला और वह 56.77 सेकेंड के साथ ओवरऑल भी तीसरे स्थान पर रहीं. जौना मुर्मू हारने वाली खिलाड़ियों में दूसरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ फाइनल में जगह बनाने में सफल रहीं.