भारत की स्टार स्क्वॉश खिलाड़ी दीपिका पल्लीकल, जोशना चिनप्पा और सौरव घोषाल ने टीम इवेंट के अलावा भी भारत को एशियन गेम्स में मेडल दिलाए. तीनों खिलाडि़यों ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था. वैसे इनके मेडल की सफलता का श्रेय एक दूसरे को भी जाता है, क्योंकि एशियाड शुरू होने के पहले ही खिलाड़ी बगैर कोच के खेल रहे थे. हालांकि एसआरएफआई ने साइरस पोंचा और भुवनेश्वरी कुमारी को बतौर कोच भेजा थी, लेकिन इसके बावजूद टीम ने एक दूसरे को ट्रेंनिंग देकर मुकाबले के लिए तैयार किया. गौरतलब है कि गेम्स शुरू होने से पहले फेडरेशन ने कोच को लेकर खिलाडि़यों की बगावत पर नाराजगी भी जाहिर की थी और दीपिका की आलोचना भी की थी.दीपिका से लेकर सौरव घोषाल जैसे शीर्ष खिलाड़ियों ने कॉमनवेल्थ खेलों से पहले इस साल मार्च में टीम के विदेशी कोच मिस्र के अशरफ अल करागुई के हटने के बाद दूसरे विदेशी कोच की नियुक्ति नहीं होने पर नाराजगी जताई थी और दीपिका ने दावा भी किया था कि करागुई का जाना खिलाड़ियों के लिए बड़ी क्षति है और वह नेशनल कोच साइरस पोंचा तथा भुवनेश्वरी कुमारी को कोच नहीं मानती हैं.
इस सब मामालों के बाद खिलाडि़यों पर अच्छे प्रदर्शन का दबाव भी था और खिलाडि़यों ने जकार्ता में अपना बेहतरीन प्रदर्शन भी किया.