शायद ही किसी ने उम्मीद की थी कि अमित पंघाल ओलिंपिक चैंपियन पर गोल्डन पंच जड़ने में सफल रहेंगे. भातीय मुक्केबाज की तुलना में उज्बेकिस्तान के हसनबॉय अधिक अनुभवी है. माना जा रहा था कि अमित का विजयी सफर शायद ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट रोक दे, लेकिन भारत के इस मुक्केबाज ने सभी को गलत ठहराते हुए ओलिंपिक चैंपियन की हिम्मत को पहले राउंड में ही तोड़ के रख दिया और तीसरे राउंड तक तो अमित ने हसनबॉय पर अपनी जीत पक्की कर ली थी. अमित के इस मेडल ने एक बात को साफ कर दी कि 2020 टोक्यो ओलिंपिक के लिए भारतीय मुक्केबाज कड़ी चुनौती पेश करने का दम रखते हैं. जानिए कैसे राउंड दर राउंड अमित ने ओलिंपिक चैंपियन पर अपनी अमिट छाप छोड़ी
पहला राउंड: अमित ने शुरुआत से ही अटैकिंग खेल दिखाया. उन्होंने ओपन गार्ड के साथ शुरुआत की और इसके बाद हाई गार्ड लिया. अमित के सामने ओलिंपिक के गोल्ड मेडलिस्ट की चुनौती थी. अमित ने बेहतरीन जैब के साथ हसनबॉस को रिंग में गिरा दिया था. पहले राउंड में अमित काफी नजदीक से नहीं खेल रहे थे, लेकिन यहां उनकी रणनीति साफ दिखाई दे रही थी. सेमीफाइनल मुकाबले की तुलना में अमित यहां ज्यादा अटैकिंग लग रहे थे. पहले राउंड में भारतीय मुक्केबाज ने हसनबॉस को बराबर की टक्कर दी
दूसरा राउंड: दूसरे राउंड में शुरुआती मिनट में ही जैब और हुक का बेहतर कॉम्बीनेशन दिखाया. यह राउंड ज्यादातर वक्त अमित की ओर दिख रहा था. आखिरी के 15 सेकंड में अमित ने शानदार फुटवर्क दिखाया. हालांकि यहां अमित ने बैक ऑफ हैड पंच भी लगाया, जो काउंट नहीं होते.
तीसरा राउंड: इस राउंड शुरुआत विपक्षी खिलाड़ी ने हाई गार्ड के साथ शुरुआत की थी और हसनबॉय ने कुछ अच्छे पंच लगाए भी थे, लेकिन आखिरी के समय में हसनबॉय और अमित दोनों ने बैक ऑफ द बॉडी अटैक किए.