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Asian Games 2018: मेडल नही बल्कि अपना टॉप प्रदर्शन पर हैं नीरज चोपड़ा की निगाहें

एशियन गेम्स में भारतीय दल के ध्वजवाहक नीरज चोपड़ा से है गोल्ड मेडल की उम्मीद

Bhasha

एशियन गेम्स में भारत के सबसे बड़े मेडल दावेदारों में से एक जैवलिन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा देश की अपेक्षाओं के वाकिफ तो हैं लेकिन वह दबाव में फंसना नहीं चाहते हैं. उनका ध्यान अपना टॉप प्रदर्शन करने पर है.

इन खेलों के उद्घाटन समारोह में 20 साल के नीरज भारतीय दल की अगुवाई करेंगे. इस युवा खिलाड़ी ने कहा कि उद्धाटन समारोह में देश का झंडा लेकर चलना सम्मान की बात है.


नीरज ने कहा है, ‘ इस प्रतिष्ठित आयोजन में भारतीय दल की अगुवाई करना और देश का झंडा लेकर चलना मेरे लिए सम्मान की बात है. एशियन गेम्स खेलों में जहां तक मेरी तैयारियों की बात है, मैं यह कहना चाहता हूं कि मेडल या स्थान के बारे में नहीं सोच रहा हूं. मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहता हूं.’

नीरज किसी वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी है. उन्होंने 2016 युवा वर्ल्ड चैंपिययनशिप में गोल्ड मेडल जीता था.

इस साल वह शानदार लय में है और  85 मीटर से अधिक जैवलिन थ्रो कर रहे हैं. उन्होंने मई में दोहा डायमंड लीग में 87.43 मीटर जैवलिन थ्रो करके नेशनल रिकार्ड बनाया था.

हालांकि इस साल जैवलिन थ्रो में एशियाई एथलीटों द्वारा किए गए पांचों सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नीरज के नाम ही हैं

जकार्ता में उनके सबसे बड़े प्रतिस्पर्धियों में चीनी ताइपे के चाओ सुन-चेंग होंगे, जिनके नाम 91.36 मीटर का एशियाई रिकॉर्ड है. चेंग का प्रदर्शन हालांकि काफी अनियमित रहा है और वह बड़े टूर्नामेंटों में अपना सर्वश्रेष्ठ करने में नाकाम रहे हैं. पिछले साल एशियाई चैंपियनशिप में 80.03 मीटर के साथ वह छठे स्थान पर थे.