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69 मेडल@69 कहानियां : डबल सिल्वर से की दुती ने गोल्ड की कमी पूरी!

कहानी 16-17 : दुती चंद ने पीटी उषा जैसी एथलीटों की श्रेणी में अपना नाम लिखवाया, जिन्होंने एशियन गेम्स में एक से अधिक मेडल जीते हैं

FP Staff

ओडfशा की 22 वर्षीय फर्राटा धाविका दुती चंद को आईएएएफ की हाइपरड्रोजेनिज्म नीति के कारण 2014-15 में खेलने की अनुमति नहीं दी गई, जिसके कारण वह 2014 कॉमनवेल्थ और एशियन गेम्स में भाग नहीं ले पाईं. उन्होंने खेल पंचाट में यह मामला उठाया और आखिर में उनके पक्ष में फैसला आया. उन्हीं दुती चंद के लिए 18वें एशियन गेम्स यादगार साबित हुए जब उन्होंने 11वें दिन दूसरा सिल्वर मेडल अपनी झोली में डाल लिया. दुती चंद ने महिलाओं की 200 मीटर में 23.20 सेकेंड का समय लेकर दूसरा स्थान हासिल किया.

इससे पहले 100 मीटर में भी सिल्वर मेडल जीतने वाली दुती चंद ने पीटी उषा जैसी एथलीटों की श्रेणी में अपना नाम लिखवाया, जिन्होंने एशियन गेम्स में एक से अधिक मेडल जीते हैं. 100 मीटर की रेस उन्होंने 11.32 सेकेंड में पूरी की थी. दिग्गज ऊषा ने 1986 सियोल एशियन गेम्स में चार गोल्ड मेडल जीते थे. ज्योर्तिमय सिकदर ने भी 1998 बैंकाक खेलों में दो पदक हासिल किए थे. सुनीता रानी भी 2002 में बुसान एशियन गेम्स से दो पदक लेकर लौटी थीं.


32 वर्षों बाद एशियन गेम्स में 100 और 200 मीटर में दो मेडल जीतने का कारनामा करने वाली ने दुती ने भगवान का शुक्रिया करते हुए कहा, ‘मैंने सोचा नहीं था कि मैं दो-दो मेडल जीतूंगी. लेकिन, मैंने जो मेहनत की थी मुझे उसका फल मिला. 100 मीटर में मेडल जीतना मेरे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है. ये मेरी पसंदीदा स्पर्धा है. 100 मीटर में मैं केवल 0.02 सेकेंड से गोल्ड से चूक गई. हालांकि मुझे लगता है कि यह सब भगवान की मर्जी थी. हो सकता है अगली बार भगवान मुझे गोल्ड दे दें.’ उम्मीद है भगवान उनकी बात जरूर सुनेंगे.