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Asian Games 2018 : पल्लीकल ने दिलाया सातवें दिन का पहला पदक, चिनप्पा और घोषाल को भी मिला कांसा

दीपिका को सेमीफाइनल में मलेशिया की निकोल एन डेविड ने एकतरफा मुकाबले में 3-0 से मात दी

FP Staff

भारत का शनिवार को 18वें एशियन गेम्स की स्क्वॉश सिंगल्स स्पर्धा में अभियान तीन कांस्य पदक के साथ समाप्त हुआ जिसमें सौरव घोषाल, दीपिका पल्लीकल कार्तिक और जोशना चिनप्पा अपने अपने सेमीफाइनल मुकाबले हार गए. सौरव घोषाल दो गेम की बढ़त गंवा बैठे और पुरुष सिंगल्स सेमीफाइनल में हार गए. इससे पहले महिला सिंगल्स सेमीफाइनल में दीपिका पल्लीकल कार्तिक और जोशना चिनप्पा को भी हार का सामना करना पड़ा था. दीपिका पल्लीकल का पदक भारत का सातवें दिन का पहला पदक था.

इन शिकस्त के बावजूद यह भारत का एशियन गेम्स की स्क्वॉश सिंगल्स स्पर्धा में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था. 2014 एशियन गेम्स खेलों में भारत ने दो सिंगल्स पदक, घोषाल ने एक रजत और दीपिका ने एक कांस्य पदक जीते थे.


घोषाल चुनौतीपूर्ण सेमीफाइनल में हांगकांग के चुन मिंग अयु से 12-10 13-11 6-11 6-11 6-11 से हार गए. पहले गेम में वह एक समय 4-9 से पिछड़ रहे थे, लेकिन उन्होंने शानदार वापसी करते हुए बढ़त बनाई. दूसरे गेम में वह 4-0 से आगे चल रहे थे, लेकिन प्रतिद्वंद्वी हार मानने के मूड में नहीं था. वह 8-8, 9-9 और 11-11 के साथ बराबरी पर था, लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने 2-0 से बढ़त बना ली. तीसरे गेम में घोषाल ने 6-5 से आगे होने के बावजूद लगातार छह अंक गंवा दिए जिससे चुंग मिंग ने वापसी की. फिर भारतीय खिलाड़ी को परेशानी होने लगी और वह चौथा और पांचवां सेट गंवा बैठे.

घोषाल ने कहा कि उन्हें दूसरे सेट के अंत में बाएं पैर में चोट लग गयी थी जिससे वह पिछड़ते चले गए. उन्होंने कहा, ‘मैं बहाना नहीं बनाना चाहता, लेकिन यह काफी दर्द कर रहा है. इस खिलाड़ी के खिलाफ आपको तेज तर्रार खेल की जरूरत थी. दूसरे गेम के अंत में इसमें दर्द तेज हो गया और मेरी आक्रामकता कम होती चली गई, लेकिन उसे श्रेय जाना चाहिए जिसने दो सेट गंवाने के बाद वापसी की. जीत में कई चीजों का मिश्रण होता है. आज शरीर ठीक नहीं था, लेकिन मैंने यहां काफी अच्छा स्क्वॉश खेला.’

दीपिका को मलेशियाई धुरंधर और दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी और तीन बार की चैंपियन निकोल डेविड ने सेमीफाइनल में 3-0 (11-7, 11-9, 11-6) से हराया, जबकि जोशना को मलेशिया की सिवासांगरी सुब्रमण्यम से 1-3 (10-12, 6-11, 11-9 7-11) से हार मिली. सेमीफाइनल में हारने वाले दोनों खिलाड़ियों को कांस्य पदक मिलता है और इसमें कोई कांस्य पदक प्ले-ऑफ नहीं होता.

दीपिका ने इंचियोन में 2014 एशियन गेम्स में भी कांस्य पदक जीता था. उन्होंने कहा कि दुनिया की नौवे नंबर की खिलाड़ी निकोल के खिलाफ खेलना आसान नहीं था. उन्होंने कहा,‘ वह अनुभवी हैं और उन्हें पता है कि हालात का सामना कैसे करना है. वह दस साल तक दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी रही हैं. मुझे खुशी है कि मैंने अच्छा खेला, लेकिन शीर्ष हाफ में होने से निकोल से सामना हो गया. हम टीम में स्वर्ण जीत सकते हैं. सिंगल्स में क्या हुआ, इसके बारे में ज्यादा सोचने का फायदा नहीं है. वापसी करना मुश्किल है, लेकिन हमें करना होगा. हमारे सामने बड़ा लक्ष्य है और हम अभी जश्न नहीं मना सकते.’ भारतीय महिला टीम ने इंचियोन में रजत पदक जीता था.

जोशना का यह एशियाई खेलों की सिंगल्स स्पर्धा का पहला पदक है जो पिछले तीन चरण में खाली हाथ लौटीं थीं. उन्होंने कहा, ‘अंपायरिंग स्तरीय नहीं थी. जब भी यह रैफरी होता तो मुझे हमेशा ऐसा ही लगा. इसे छोड़िए, सचमुच अच्छा खेली मैं इसका (पदक का) लंबे समय से इंतजार कर रही थी. मैंने तीन एशियन गेम्स पूरे किए लेकिन पदक नहीं जीता था.’

(एजेंसी इनपुट के साथ)