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Asian games 2018: भारत को लगा झटका, टीम फाइनल से हटीं दीपा कर्माकर

रियो ओलिंपिक के बाद से ही घुटने की चोट से जूझ रही थी दीपा

Bhasha


भारत को जिमानस्टिक से मेडल भी उम्‍मीद थी, लेकिन भारत को उस समय झटका लगा, जब दीपा कर्माकर आर्टिस्टिक टीम फाइनल से हट गई. दरअसल इसके पीछे उनकी घुटने की चोट है, जो फिर से उबर गई है. दीपा के कोच बिश्वेश्वर नंदी ने पीटीआई से कहा कि खतरनाक चोट का जोखिम था और इसलिए वह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सकी. हम टीम स्पर्धा में उसे आराम देंगे, लेकिन वह (बैलेसिंग) बीम फाइनल्स में जरूर अच्छा प्रदर्शन करेगी. नंदी से पूछा गया क्या बीम फाइनल्स में भाग लेने से क्या घुटने पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा, उन्होंने कहा कि नहीं. बैलेंसिंग बीम में ‘लैंडिंग’ मुश्किल नहीं होती है.

बाहर होने के बाद सुबकने लगी दीपा

चोट की वजह से बाहर होने के कारण दीपा सुबकने लगी. उन्होंने पोडियम अभ्यास के दौरान लगे झटके को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि बैलेसिंग बीम के फाइनल्स में वह इसकी भरपायी करेंगी. रियो ओलिंपिक 2016 में खतरनाक ‘प्रूडुनोवा’ वाल्ट करके दुनिया भर के लोगों का ध्यान खींचने वाली दीपा यहां अपनी पसंदीदा स्पर्धा के फाइनल में भी जगह नहीं बना पाई. दीपा ने कहा कि पोडियम अभ्यास के दौरान मुझे झटका महसूस हुआ था. मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाई थी. मैंने इसके लिए कड़ी मेहनत की थी. रियो ओलिंपिक के बाद दीपा घुटने की चोट के कारण बाहर रही और उन्होंने हाल में तुर्की के मर्सीन में विश्व चैलेंज कप में वापसी की थी जहां उन्होंने वॉल्ट में गोल्‍ड पदक जीता था.

पिछले साल हुआ था घुटने का ऑपरेशन

दीपा ने पिछले साल जुलाई में घुटने का ऑपरेशन करवाया था. इसी वजह से वह कॉमनवेल्‍थ गेम्‍स में भी हिस्‍सा नहीं ले पाई थी.नंदी ने कहा कि क्वालीफाई करने में नाकाम रहने के बाद दीपा ने कहा कि वॉल्ट मेरी पहचान है अब लोग क्या कहेंगे. मैंने उससे कहा कि यह उसकी गलती नहीं है लेकिन वह बहुत परेशान थी. रात में खाना नहीं खाया और अब उसने नाश्ता करने से भी मना कर दिया.

नंदी ने चोट के बढ़ने के बारे में कहा कि सोमवार को उसे जमीन पर उतरते समय घुटने में झटका सा लगा. यहां की सतह कड़ी है और दिल्ली में नरम है जिससे झटका नहीं लगता. हमने आईओए के चिकित्सक से परामर्श लिया और उन्होंने कहा कि उसे जबर्दस्ती स्पर्धाओं में भाग नहीं लेना चाहिए अन्यथा चोट बढ़ जाएगी. दीपा के लिए इस बीच राहत की बात यह है कि वह एशियाई खेलों के बीम फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय हैं.