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Asian Games 2018: मेडल जीतने के बाद भी दिव्या को क्यों दी जा सकती है सजा!

एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल विजेता दिव्या काकरान को नोटिस थमाने की तैयारी में है रेसलिंग फेडरेशन

FP Staff

इंडोनेशिया में आयोजित हो रहे एशियन गेम्स में शूटिंग के अलावा रेसलिंग ही है जहां भारत को अब तक तीन मेडल हासिल हुए हैं. रेसलर बजरंज और विनेश फोगट के अलावा महिला रेसलर दिव्या काकरान ने भारत को इस इवेंट में मंगलवार को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया. एशिय़ाड में मेडल जीतना अपने आप में बेहद अहमियत रखता है और दिव्या को मिले इस मेडल पर देश के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति समेत पूरे देश ने बधाइयां भी दीं लेकिन रेसलिंग फेडरेशन की  ओर से दिव्या को बधाई के साथ-साथ कारण बताओ नोटिस भी मिलने जा रहा है.


समाचार पत्र द ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक भेरतीय रेसलिंग फेडरेशन अब मेडल मिलने के बाद दिव्या को अनुशसनहीनता के मसले पर नोटिस देन की तैयारी में ही जिसका संतोषजनक जवाब ना मिलने की सूरत में उन पर कार्रवाई भी की जा सकती है.

क्या है दिव्या का 'गुनाह'

दरअसल 68 किलोग्राम कैटेगरी की महिला रेसलर दिव्या को यह नोटिस एशियाड से पहले 1-13 अगस्त तक लगे नेशनल कैंप में उनकी गैरमौजूदगी के चलते दिया जाएगा. यही नहीं फेडरेशन इस बात से भी नाराज है कि दिव्या ने बिना मंजूरी के एशियाड से पहले एक दंगल में हिस्सा लिया था.

खबर के मुताबिक रेसलिंग फेडरेशन के मुखिया और एशियन गेम्स में भारत के शेफ डे मिशन ब्रजभूषण शरण सिंह का कहना है कि, ‘ हमने एशियाड से पहले दिव्या को नोटिस नहीं दिया क्योंकि इससे उनकी तैयारी पर असर पड़ सकता था. उनसे मेडल की उम्मीद को देखते हुए ही भारत सरकार ने उन पर काफी पैसा खर्चा किया है लिहाजा ऐसा अनुशासनहीनता बर्दाश्त से बाहर की बात है.’

यूपी के मुजफ्फर नगर की रहने वाली दिव्या बेहद मामूली परिवार से आती हैं. उनके पिता अब भी दिल्ली में होने वाले दंगलों में लंगोट बेचा करते हैं. बहरहाल दिव्या के मेडल जीतने पर यूपी सरकार ने उन्हें राजपत्रित नौकरी और 20 लाख रुपए का नगद इनाम देने का ऐलान किया है.