view all

Asian games 2018: देश को मिले इस मेडल का क्रेडिट 'सीएम मोदी' के नाम है!

आखिर क्या है अंकिता को मिले ब्रॉन्ज मेडल के पीछे नरेंद्र मोदी की मदद की कहानी!

FP Staff

एशियन गेम्स के सातवें दिन तक भारत ने 7 गोल्ड, 5 सिल्वर और 17 ब्रॉन्ज सहित कुल 29 मेडल अपने नाम किए. खिलाड़ियों का वहां शानदार प्रदर्शन जारी है और अभी और भी मेडल भारत के खाते में आने बाकी है. खिलाड़ियों की सफलता का श्रेय का ज्यादातर हिस्सा कोच और हर परेशानी में उनके साथ खड़े लोगों को जाता है, लेकिन भारत के 29 मेडल में से एक मेडल का श्रेय देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी दिया जा सकता है.

गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए मोदी ने अंकिता रैना की मदद की थी, जब वह 2013 में वापस से देश की नंबर एक खिलाड़ी बनी थी. अंकिता ने इंडोनेशिया में वीमंस सिंगल का ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. मुंबई मिरर की खबर के अनुसार अंकिता ने कहा कि सीएम रहते हुए मोदी ने जो उनकी यात्राओं का खर्चा उठाने का वादा किया था, उन्होंने समय रहते उसे पूरा करते हुए मदद की.


अंकिता ने कहा कि उन्होंने समय रहते हुए मोदी से मुलाकात की थी और उनको बताया था कि वह देश की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी है, लेकिन उनको अच्छे मौकों के लिए विदेश जाने के लिए आर्थिक सहायता की जरूरत है और सीएम के वादा किया था कि जो भी बन पड़ेगा वह सब करेंगे और इस करीब दो माह बाद ही गुजरात सरकार ने खिलाड़ियों के लिए शक्तिदूत योजना लॉन्च किया. एशियाड ब्रॉन्ज मेडलिस्ट अंकिता का कहना है कि बस यही उनके करियर का टर्निंग पॉइंट था.

उस प्रोग्राम के तहत उन्हें हर साल यात्राओं के लिए 25 लाख रुपए मिलने लगे.गौरतलब है कि एशियाड में वीमंस सेमीफाइनल में अंकिता को दुनिया की 34वें नंबर की खिलाड़ी चीन की शुई झांग की चुनौती मिली, जहां अंकिता ने उन्हें कड़ी चुनौती दी. हालांकि चीनी खिलाड़ी ने अंकिता को हराते हुए उनका सफर वहीं पर रोक दिया था.