कुछ दिनों में एशियन गेम्स शुरू होने वाले हैं और जकार्ता में जहां मानवजीत सिंह संधु, सायना नेहवाल, सुशील कुमार जैसे अनुभवी खिलाडि़यों पर पूरे देश की नजरें टिकी होंगी, वहीं 15 साल के अनीष भानवाल, गायत्री गोपीचंद, मनु भाकर जैसे युवा खिलाड़ी भी सबकों चौंकाने के लिए तैयार हैं.
अनीश भानवाल
5 साल के अनीश भानवाल ने अपने पहले ही कॉमनवेल्थ गेम्स में 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था. इसी के साथ वे कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले सबसे कम उम्र के पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए थे. अनीश भानवाल के लिए ये उपलब्धि और भी खास इसलिए थी क्योंकि उन्होंने इसके लिए अपनी दसवीं की परीक्षा तक छोड़ दी थी. कॉमनवेल्थ गेम्स में अनीश ने फाइनल में कुल 30 अंक हासिल कर नया रिकॉर्ड बना लिया था
मनु भाकर
मनु भाकर ने इस साल मैक्सिको विश्व कप में दोहरा स्वर्ण पदक जीतकर झंडे गाड़ दिए थे. उन्होंने 10 मीटर एयर पिस्टल और प्रकाश मितरावल के साथ इसकी मिक्सड टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीते थे. दिलचस्प बात यह है कि मनु भाकर ने अप्रैल 2016 में निशानेबजी को अपनाया और डेढ़ साल के भीतर विश्व कप में दोहरे गोल्ड पर निशाना साध दिया, ऐसा कम ही देखने को मिलता है. मनु भाकर इन एशियाई खेलों में एयर पिस्टल, स्पोर्ट्स पिस्टल और एयर पिस्टल मिक्सड में भाग ले रही हैं. इसलिए वह कम से कम दो व्यक्तिगत स्पर्धाओं में पीला तमगा ला ही सकती हैं.
गायत्री गोपीचंद
श्रीकांत, पीवी सिंधु, सायना नेहवाल जैसे प्लेयर को दुनिया के शीर्ष खिलाडि़यों तक शामिल करने वाले पुलेला गोपीचंद की 15 वर्षीय बेटी गायत्री गोपीचंद अब इस बार सबसे ज्यादा नजरें होंगी. फोटो साभार- ट्वीटर
नीरज चोपड़ा
स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा जकार्ता में स्वर्ण पदक के सबसे बड़े दावेदार हैं. 20 वर्षीय नीरज ने पिछले दिनों फिनलैंड में सावो खेलों में शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक हासिल कर अपने दावे को पुख्ता किया है. नीरज ने 2017 में एशियाई एथलेटिक चैंपियनशिप और 2016 आईएएएफ वर्ल्ड अंडर-20 चैंपियनशिप में भी गोल्ड मेडल हासिल किया था. वह पिछले माह फ्रांस में सोतेविल एथलेटिक्स मीट में गोल्ड मेडल हासिल करने में सफल रहे थे. तब नीरज ने 85.17 की दूरी तक जेवलिन थ्रो किया था.
हिमा दास
हाल ही में आईएएएफ विश्व अंडर 20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप की 400 मीटर दौड़ में गोल्ड मेडल जीतने वाली 18 वर्षीय हिमा दास में भारत से मेडल की अधिक उम्मीद हैं. हिमा ने 51 .46 सेकेंड के समय के साथ गोल्ड मेडल जीता.