view all

छेत्री ने कहा, एशिया कप से पहले मजबूत प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ मैच खेलने चाहिए

भारतीय टीम 2011 में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में खेली थी और इस चरण में अपने सभी मैच बड़े अंतर से हारकर ग्रुप चरण में ही बाहर हो गई थी 

Bhasha

भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने रविवार को कहा कि देश को अगर एएफसी एशिया कप टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना है तो उन्हें अगले छह महीनों में कड़ी प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ स्वदेश और विदेश में अधिक से अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने होंगे. छेत्री ने कहा कि उनकी टीम को अगले साल संयुक्त अरब अमीरात में पांच जनवरी से एक फरवरी तक होने वाले टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए सर्वश्रेष्ठ तैयारी करनी चाहिए. टीम 2011 में इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में खेली थी और इस चरण में अपने सभी मैच बड़े अंतर से हारकर ग्रुप चरण में ही बाहर हो गई थी.

विदेश में मैच जीतना जरूरी


छेत्री ने कहा, ‘ मैं देश के बाहर मैच जीतने की बात कर रहा हूं जो बहुत ही अहम है. हमारा घरेलू मैदान पर रिकॉर्ड अच्छा है, लेकिन विदेशी मैदानों पर हमें सचमुच जूझना पड़ा है. मुझे उम्मीद है कि अगले छह महीनों में बेहतर प्रतिद्वंद्वी टीमों के खिलाफ ज्यादा से ज्यादा मैच खेलने को मिलें ताकि हम खुद को परख सकें. एशिया कप में हमें एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों से भिड़ना होगा.’ भारत को विश्व कप क्वालीफायर में ईरान, ओमान, तुर्कमेनिस्तान और यहां तक कि गुआम से उनकी सरजमीं पर हुए मैचों में हार का मुंह देखना पड़ा था. स्टीफन कांस्टेनटाइन की कोचिंग वाली टीम ने 10 विश्व कप क्वालीफायर में से केवल दो मैच जीते.

भारत को इस बार मिला ग्रुप आसान नहीं है

इस साल अगस्त में 34 साल के होने वाले छेत्री इस बात से सहमत नहीं हैं कि भारत को इस बार 2011 की तुलना में आसान ग्रुप मिला है, जिसमें टीम को एशियाई पावरहाउस ऑस्ट्रेलिया और साउथ कोरिया तथा बहरीन के साथ रखा गया था. इस बार भारत को संयुक्त अरब अमीरात, थाईलैंड और बहरीन के साथ जगह मिली है. रूस में होने वाले फुटबॉल विश्व कप के लिए आधिकारिक ‘मैच बॉल कैरियर्स’ के रूप में दो स्कूली बच्चे चुनने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, ‘अगर आप कहेंगे कि यह आसान है, क्योंकि हम अच्छा कर रहे हैं तो यह सही बात हो सकती है. लेकिन हम यह नहीं कह सकते कि संयुक्त अरब अमीरात, थाईलैंड और बहरीन की टीमें हैं तो यह आसान है. सिर्फ इसलिए कि हम ऑस्ट्रेलिया, साउथ कोरिया का सामना नहीं कर रहे हैं तो लोग समझते हैं कि यह आसान होगा, लेकिन ऐसा नहीं है.’

थाईलैंड ने किया है सबसे ज्यादा सुधार 

उन्होंने कहा, ‘संयुक्त अरब अमीरात हमसे आगे हैं और वे घरेलू मैदान पर खेल रहे हैं. थाईलैंड की टीम पिछले छह महीनों में सबसे ज्यादा सुधार करने वाली टीम है. छह-सात वर्ष पहले हम थाईलैंड के खिलाफ खेले थे और यह 2-2 से ड्रॉ रहा था. वे एशिया की सर्वश्रेष्ठ टीमों से भिड़ रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया और जापान के लिए थाईलैंड को हराना काफी मुश्किल लग रहा है.’ भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत पांच जनवरी को दुबई में थाईलैंड के खिलाफ करेगी.