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Asian Champions Trophy : कोरिया को 4-1 से मात देकर शान के साथ सेमीफाइनल में भारत

भारत के लिए हरमनप्रीत ने दागे तीन गोल, एक गोल गुरजंत की स्टिक से आया

FP Staff

एशियन चंपियंस ट्रॉफी में भारत के आखिरी मुकाबले यानी साउथ कोरिया के खिलाफ मैच से पहले उसके कोच हरेंद्र अपनी टीम के स्ट्राइकर्स से खुश नहीं थे. वजह थी मलेशिया के खिलाफ गोल करने के आधा दर्जन मौके गंवाना. मलेशिया के खिलफ गोलरहित ड्रॉ खेलने के बावजूद भारतीय टीम गोल अंतर के हिसाब से सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई हो गई थी लेकिन फिर भी साउथ कोरिया जैसी टीमके साथ भारत की परीक्षा होना बाकी था.

बुधवार को अपने अंतिम लीग मुकाबले में भारतीय टीम ने साउथ कोरिया पर 4-1 से जीत करके अपने कोच हरेंद्र को खुश होने का मौका जरूर दे दिया होगा.


खेल के चौथे ही मिनट में भरतीय टीम ने रिव्यू के जरिए पेनल्टी कॉर्नर का अपना वो हक हासिल किया जिसने उन्हें इस मैच का पहला गोल दिलाया. हरमनप्रीत सिंह ने इस मौके को गल में बदलकर भारत की बढ़त 1-0 कर दी. इसके तीन मिनट बाद ही आकाशदीप की एक रिवर्स हिट पर भारत को दूसरा गोल मिलते मिलते रह गया लेकिन अगले ही मिनट गुरजंत सिंह ने कोरिया डिफेंस को मातदेते हुए भारत के लिए दूसरा गोल दाग दिया. पहले क्वार्टर के आखिर में कोरियाई टीम मे भारत की बढ़त को कम करने की नाकाम कोशिश जरूर की लेकिन स्कोर भारत के पक्ष में 2-0 ही रहा.

दूसर क्वार्टर में दागा कोरिया ने इकलौता गोल

दूसर क्वार्टर में कोरियाई खिलाड़ी ली सेउंगिल ने भारतीय सर्किल की दाई ओर से बेहतरीन फील्ड गोल दाग कर स्कोर 1-2 कर दिया. यही वह वक्त था जब लगा कि कोरियाई टीम भारत पर हावी हो सकती है, कोरिया की टीम ने रैफलर के जरिए मैच का पहला पेनल्टी कॉर्नर लिया लेकिन वह जाया चला गया. दूसरे क्वार्टर में कोरिया की टीम हावी तो रही लेकिन स्कोर भारत के ही पक्ष में 2-1 रहा.

तीसरे क्वार्टर में कोरिया के पक्ष मे एक गोल का फैसला दिया गया लेकिन भारत के रिव्यू ने इसे खारिज करवा दिया. चौथे क्वार्टर में खेल के 46 वें मिनट में भारत के एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला जसे हरमनप्रीत ने फिर से गोल में तब्दील करके भारत की बढ़त को 3-1 कर दिया.

खेल के आखरी वक्त में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे हरमनप्रीत ने फिर से गोल में बदल कर भारत को इस मुकाबले 4-1 की बढ़त दिला दी और यही इस मैच का नतीजा रहा. आखिरी वक्त में कोरिया ने कुछ जोरदार हमले जरूर किए लेकिन भारतीय गोलकीपर ने इन्हें नाकाम कर दिया.  इस हार के साथ ही कोरिया की टीम सेमीफाइनल की रेस से बाहर हो गई है.