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गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं तीन बार के ओलिंपियन तींरदाज लिंबाराम, फेसबुक पर मांगी मदद

दोस्तों की मदद से हॉस्पिटल में हुए भर्ती

FP Staff

देश के लिए मेडल लाने वाले हर एथलीट की जिंदगी एक जैसी नहीं होती. जिनकी जिंदगी उनके खेल में रहते हुए सुर्खियां का हिस्सा बनती है और कुछ की जिंदगी खत्म होने के बाद. कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिनका खबरों में आने की वजह हमें हैरान कर देती है. लिंबाराम भी इसी लिस्ट में आते हैं. कभी मैदान पर खड़े होकर मेडल्‍स पर निशाना साधने वाले  तीन बार ओलिंपियन तीरंदाज लिंबा राम  आज दोस्‍तों की मदद से अपना इलाज करवा रहे हैं. करीब एक महीने पहले पता चलने पर कि उन्‍हें न्‍यूरो डिजनरेटिव कंडीशन में है. जिससे चलने फिरने में परेशानी हो रही थी, कभी कभार जबान भी फिसल जाती थी. ठीक से जवाब देने में भी परेशानी हो रही थी.

कुछ समय पहले उनके साथ स्पोर्ट्स काउंसिल में काम करने वालो ने महसूस किया कि उन्हेंने बोलने में और चलने में तकलीफ हो रही थी. इसके बाद उन्हें भर्ती करवाया गया और तब जाकर उनकी इस बिमारी के बारे में पता चला. टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक अस्पताल के डॉक्टरों का कहना कि इनकी इस हालत के लिए कोई इलाज नहीं है और समय के साथ-साथ उनकी यह हालत और खराब ही होगी. हालांकि डॉक्टर्स इस दिग्‍गज तीरंदाज को सब ठीक होने जाने की तसल्ली दे रहे हैं.


लिंबा के इलाज का खर्च फिलहाल स्पोर्ट्स काउंसिल उठा रही है. उन्होंने लिंबा को उनके दो महीने का वेतन एडवांस में दे दिया है. उनके साथी खिलाड़ियों ने फेसबुक पर लोगों से इस पूर्व एथलीट की मदद की गुहार लगाई है.

लिंबा राम ने तीन बार ओलिंपक में भारत का प्रतिनिधित्व किया. उन्होंने 1992 में बीजिंग में एशियन चैंपिनयनशिप में 30 मीटर के इवेंट के वर्ल्ड रिकॉर्ड की बराबरी की है. 1991 में उन्हें अर्जुन आवार्ड से सम्मानित किया गया. इसके बाद उन्होंने भारतीय टीम के कोच की भूमिका भी निभाई. साल 2012 में उन्हें पद्म श्री से नवाजा गया.