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सचिन और आमिर के साथ फिल्म दंगल देखकर गीता हुईं भावुक

फिल्म देखकर कहा- सचिन ने बढ़ाया मान, आमिर ने दिया सम्मान

FP Staff

इन दिनों गीता फोगट प्रो रेसलिंग लीग की तैयारी में जुटी हैं. वह उत्तर प्रदेश टीम का हिस्सा हैं. लेकिन इस बीच उन्हें अपने पिता की जिंदगी पर बनी फिल्म दंगल देखनी थी. उनके मुताबिक दंगल फिल्म की रिलीज ने एक टॉनिक का काम किया है. पिछले दिनों खेलों की महान हस्ती और भारत रत्न सचिन तेंदुलकर और फिल्म के हीरो आमिर खान के साथ उन्हें अपने परिवार के साथ खास स्क्रीनिंग में यह फिल्म देखने का मौका मिला. इसे वह अपने लिए सबसे बड़े सम्मान की बात मानती हैं.

गीता का कहना है कि सचिन और आमिर के साथ फिल्म देखना उनके और उनके परिवार के लिए सम्मान की बात है. इसके अलावा वह यह भी मानती हैं कि इस फिल्म ने उनके और बबीता को पीडब्ल्यूएल में शानदार प्रदर्शन करने के लिए एक टॉनिक का काम किया है. इस लीग ने उनके लिए शुरू से ही प्रोत्साहन का काम किया है.


गीता फोगट ने कहा कि उन पर बायोपिक बनना और उसे बॉलीवुड और खेल जगत के महान दिग्गजों के साथ देखना उनके परिवार के लिए गर्व की बात है. वहीं बबीता फोगट ने कहा कि यह फिल्म देश में कुश्ती को बढ़ावा देने और इस खेल को आम जनता के साथ जोड़ने में बेहद मददगार साबित होगी. महावीर फोगट का कहना है कि आमिर ने उनके किरदार को ठीक उसी तरह जीया है, जैसा कि वह अपनी जिंदगी में हैं. उन्हें भरोसा है कि यह फिल्म सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़ देगी.

2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गीता ने स्वर्ण और बबीता ने रजत पदक जीता था. उसके बाद वर्ल्ड चैम्पियनशिप में पदक जीतकर दोनों स्टार बन गईं. इनमें गीता के नाम देश की पहली महिला ओलिम्पियन पहलवान होने का रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया. बबीता ने इसके बाद कॉमनवेल्थ गेम्स भी गोल्ड जीता और उन्हें भी रियो के लिए क्वॉलीफाई करके ओलिम्पियन होने का गौरव हासिल हुआ. मगर जिस तरह से साक्षी मलिक ने गीता को पीडब्ल्यूएल सीज़न-1 और ओलिम्पिक क्वॉलिफाइंग टूर्नामेंट में हराया, उससे गीता हाशिये पर चली गई थीं. लेकिन अब उनका आत्मविश्वास इस कदर ऊंचा है कि वह अपने शानदार प्रदर्शन से 58 किलो वर्ग में देश की नम्बर एक खिलाड़ी बनना चाहती हैं.

पीडब्ल्यूएल में अपने वजन में रियो ओलिम्पिक की दोनों पदक विजेताओं को हराना उनका पहला लक्ष्य है. उनके वजन में ट्यूनीशिया की मारवा अमरी और साक्षी मलिक हैं. दोनों ने रियो ओलिम्पिक में कांस्य पदक हासिल किया था. मारवा ओलिम्पिक में पदक जीतने वाली पहली अफ्रीकी महिला पहलवान हैं जबकि साक्षी कुश्ती में पदक जीतने वाली एकमात्र महिला ओलिम्पयन हैं. गीता को इन दोनों के साथ अपने मुकाबले का बेसब्री से इंतज़ार है. उनका कहना है कि शादी के बाद भी उनका अभ्यास जारी है, उन्हें अपने खेल को निखारने में अपने पति पवन से भी काफी मदद मिल रही है. उन्हें यकीन है कि वह और गीता इस बार यूपी टीम को चैम्पियन बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे.