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10 साल से अभिनव बिंद्रा कर रहे हैं अपने 'साथी' का इंतजार

10 साल पहले आज ही के दिन अभिनव बिंद्रा ने जीता भारत के लिए इकलौता ओलिंपिक गोल्ड मेडल

FP Staff

आज से ठीक 10 साल पहले 11अगस्त 2008 के दिन बीजिंग ओलिंपिक में भारत के शूटर अभिनव बिंद्रा ने इतिहास रचा था. अभिनव में 10 मीटर एयर रायफल इवेंट में गोल्ड मेडल जीतकर पूरी दुनिया को चौंकाया था. भारत के ओलिंपिक इतिहास में यह पहला मौका था जब किसी एथलीट ने इंडिविजुअल इवेंट  में गोल्ड मेडल हासिल किया हो.

तब से लेकर अब तक अभिनव का रिकॉर्ड कोई नहीं तोड़ सकता है. 2012 ओलिंपिक में रेसलर सुशील कुमार और 2016 ओलिंपिक में शटलर पीवी सिंधु फाइनल मुकाबले तक पहुंचे लेकिन गोल्ड मेडल नहीं मिल सका.


अभिनव बिंद्रा एक दशक से ‘अकेले’ इस क्लब में शामिल हैं और उन्होंने उम्मीद जताई कि टोक्यो 2020 ओलंपिक में इसमें कुछ और खिलाड़ियों का इजाफा होगा.

बिंद्रा ने बीजिंग ओलंपिक में अगस्त में ही इतिहास रचा था और तब से 10 साल के दौरान कोई भी यह उपलब्धि हासिल नहीं कर सका लेकिन वह इसकी उम्मीद लगाए हैं और उम्मीद जारी रखेंगे.

बिंद्रा ने कहा, ‘मैं युवा खिलाड़ियों के मेरे साथ इस उपलब्धि में शामिल होने की उम्मीद कर रहा हूं. मैं इस बारे में सकारात्मक हूं और एथलीट के तौर पर मैं हमेशा उम्मीद लगाए रखुंगा. उम्मीद है कि दो सालों में हमें कुछ और ओलिंपिक चैंपियन देखने को मिलेंगे.’

बिंद्रा ने उन पलों को याद करते हुए कहा, ‘निश्चित रूप से वो मेरी जिदंगी का शानदार लम्हा था, मैंने 15 साल तक इसका सपना देखा था. उम्मीद करता हूं कि यह भारतीय खिलाड़ियों को जीत के लिये प्रेरित करेगा. मेरा समय अब नहीं है. मैं उम्मीद करता हूं कि भारतीय खिलाड़ियों की मौजूदा पीढ़ी प्रेरणा लेगी और यह उन्हें जीतने के लिये प्रेरित करेगी.’