एशिया ओशिनिया ग्रुप के भारत-न्यूजीलैंड के बीच शनिवार को होने वाले डबल मुकाबले में सभी की निगाहें लिएंडर पेस पर टिकी थीं. यह माना जा रहा है कि पेस का यह अंतिम डेविस कप मुकाबला था.
इस मुकाबले से पहले पेस डेविस कप में 42 डबल्स मुकाबले जीतकर विश्व रिकॉर्ड की बराबरी कर चुके थे. अभी वो इटली के निकोला पिएत्रांगेली के साथ बराबरी पर हैं. शनिवार की जीत उन्हें डेविस कप इतिहास का सबसे कामयाब डबल्स खिलाड़ी बना देती. लेकिन पेस पुणे में यह रिकॉर्ड अपने नाम नहीं कर पाए.
पेस और विष्णुवर्धन की भारतीय जोड़ी को न्यूजीलैंड की युगल जोड़ी माइकल वीनस और आटेर्म सिताक ने चार सेट तक चले कड़े मुकाबले में 3-6, 6-3, 7-6, 6-3 से हराया. इस हार के साथ पेस का विश्व रिकॉर्ड बनाने का सपना शायद अब अधूरा ही रह जाए.
हालांकि भारत अभी भी न्यूजीलैंड से 2-1 से आगे है. 3 फरवरी को भारत ने दोनों एकल मुकाबले में न्यूजीलैंड को मात दी थी. न्यूजीलैंड के लिए यह डबल मुकाबला ‘करो या मरो’ की स्थिति वाला था. डबल मुकाबला जीतकर न्यूजीलैंड ने अपनी संभावना जीवित रखी है.
अब फैसला 5 फरवरी को होने वाले उलट एकल के मुकाबले से होगा. एशिया ओशिनिया ग्रुप के अगले राउंड में जगह पक्की करने के लिए भारत की निगाहें अब युकी भांबरी और रामकुमार पर टिकी हैं.
अपने पहले एकल मुकाबले में दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया था. एटीपी रैंकिंग के लिहाज से भारत का पलड़ा उलट एकल मुकाबले में भारी माना जा रहा है.