भारत को शीर्ष वरीय और 10 बार के चैंपियन चीन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में 0-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे सुदिरमन कप मिश्रित टीम चैंपियनशिप में टीम का अभियान समाप्त हो गया.
नौवें वरीय भारत के लिए चीन की चुनौती को तोड़ना काफी मुश्किल था और अश्विनी पोनप्पा तथा सात्विकसाइराज रंकीरेड्डी की मिश्रित युगल जोड़ी के लू काई और हुआंग याकियोंग की दुनिया की दूसरे नंबर की जोड़ी को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद उन्हें शिकस्त झेलनी पड़ी.
चीन की अनुभवी जोड़ी ने पहले मैच में अश्विनी और सात्विकसाइराज को 16-21 21-13 21-16 से एक घंटे और तीन मिनट में हराकर अपनी टीम को विजयी शुरूआत दिलाई.
के श्रीकांत के सामने इसके बाद ओलंपिक चैंपियन चेन लोंग की चुनौती थी और भारतीय खिलाड़ी को कुछ चुनौती पेश करने के बावजूद पुरूष एकल मुकाबले में 48 मिनट में 16-21 17-21 से हार झेलनी पड़ी जिससे भारत 0-2 से पिछड़ गया.
सात्विकसाइराज और चिराग सेन की युवा जोड़ी भी इसके बाद फू हाईफेंग और झांग नान की जोड़ी से पुरूष युगल में 9-21 11-21 से हार गई जिससे चीन ने 3-0 की विजयी बढ़त बनाई.
इसके बाद महिला एकल में पीवी सिंधु को उतरना था जबकि महिला युगल मुकाबला भी होना था लेकिन ये महज औपचारिकता रह गए.
भारत ने इससे पहले सिर्फ एक बार 2011 में नाकआउट में लिए क्वालीफाई किया था और तब भी उसे चीन के खिलाफ 1-3 से शिकस्त का सामना करना पड़ा था.
राउंड रोबिन चरण में 10 में से सिर्फ एक मैच गंवाने वाला चीन सेमीफाइनल में जापान और मलेशिया के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से भिड़ेगा.