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अब सीनियर विश्व कप जीतने पर काम करेंगे : इंग्लैंड अंडर-17 कोच

कोच स्टीव कूपर ने कहा, खिताबी जीत से आत्ममुग्ध नहीं होंगे

Bhasha

इंग्लैंड अंडर-17 विश्व कप कोच स्टीव कूपर का कहना है कि वे खिताबी जीत से आत्ममुग्ध नहीं होंगे और उनकी टीम का लक्ष्य सीनियर स्तर पर विश्व कप और यूरोपीय चैंपियनशिप में ट्रॉफी जीतने पर काम करना है.

इंग्लैंड ने शनिवार रात फीफा अंडर-17 विश्व कप फाइनल में स्पेन को 5-2 से मात देकर खिताब अपने नाम किया. उन्होंने साल के शुरू में दक्षिण कोरिया में अंडर-20 विश्व कप जीता था, जबकि उनकी अंडर-19 टीम ने यूरोपीय चैंपियनशिप जीती थी.


कूपर ने कहा, ''टीम का कोई भी खिलाड़ी आत्ममुग्ध नहीं होगा. उम्मीदें निाश्चित रूप से बढ़ेंगी, क्योंकि हम दो विश्व कप के विजेता हैं लेकिन हमारी योजना लंबे समय की है, हम अपनी योजना पर अडिग रहेंगे और सकारात्मक रहेंगे. लक्ष्य सीनियर स्तर पर विश्व कप और यूरो खिताब जीतना है.''

इंग्लैंड की टीम ने 1966 में सीनियर स्तर पर विश्व कप खिताब जीता था. कोच ने कहा, ''यह ट्रॉफी इंग्लैंड, अकादमियों, एफए में किये गये विकास के अच्छे काम को समर्पित है. ये खिलाड़ी पिछले तीन-चार साल से कड़ी तैयारियों में जुटे थे. कई अलग-अलग कोचों की कड़ी मेहनत से ये खिलाड़ी गुजरे हैं. यह इंग्लैंड की फुटबॉल का सम्मान है, जहां हम जाना चाहते थे. अब हम अंडर-17 और अंडर-20 विश्व कप खिताब जीत चुके हैं, जो काफी विशेष है.''

टीम के प्रदर्शन पर गर्व : स्पेन कोच

इंग्लैंड के हाथों फाइनल में 2-5 से मिली करारी शिकस्त से उदास स्पेन के कोच सैंटियागो डेनिया ने कहा कि उन्हें टीम के प्रदर्शन पर गर्व है क्योंकि उनके खिलाड़ियों ने मैच में बेहतरीन खेल दिखाया.

इंग्लैंड ने 0-2 से पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए रात फाइनल में स्पेन को हरा कर फीफा अंडर-17 विश्व कप का खिताब अपने नाम किया. मैच के 31वें मिनट में 2-0 से आगे होने के बाद भी स्पेन की टीम हार नहीं टाल सकी और चौथी बार इस प्रतियोगिता की उपविजेता बनी. डेनिया ने कहा, ''मुझे इन खिलाड़ियों पर फख्र है, हमने पिछले तीन वर्षों में काफी काम किया. हमारे प्रयास इस नतीजे में नहीं दिख रहे क्योंकि हम एकजुट होकर खेले. यहां हम उपविजेता रहे, हम यूरो चैंपियन हैं. मुझे अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर गर्व है.''

एटलेटिको मैड्रिड के इस पूर्व डिफेंडर ने कहा कि इंग्लैड के खिलाड़ियों ने जब उनके खिलाड़ियों से अच्छा प्रदर्शन करना शुरू किया तो उनकी टीम बढ़त बरकरार नहीं रख पाई. उन्होंने कहा, '' यह सच है कि हम बढ़त बरकरार नहीं रख पाए. हमारे स्ट्राइकरों ने 40 मिनट तक अच्छा खेल दिखाया, लेकिन इंग्लैंड के पहले गोल ने मुश्किल कर दी. उन्होंने हमें दबाव में ला दिया और हम रक्षात्मक खेलने लगे. लेकिन हमारा नियंत्रण उतना अच्छा नहीं था जितना होना चाहिए था.''