पहले मैच में अपने आक्रामक खेल के दम पर जीत दर्ज करने वाला पराग्वे फीफा अंडर-17 विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ नवी मुंबई में सोमवार को होने वाले मैच में अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए उतरेगा.
पराग्वे ने माली के खिलाफ पिछले मैच में 3-2 से जीत दर्ज की थी. पहले हाफ में उसने शानदार खेल दिखाया, लेकिन दूसरे हाफ में उसकी आक्रामकता कुछ कम दिखाई थी. हालांकि कोच गुस्तावो मोरिंगो का मानना है कि 55वें मिनट में तीसरा गोल करने के बाद उनके प्रदर्शन में सुधार हुआ.
पराग्वे के लिए लियांड्रो सांचेज की फॉर्म अहम होगी, जिन्हें कोच ने भी दमदार खिलाड़ी करार दिया है. दक्षिण अमेरिकी टीम के पास वैसे आक्रमण, रक्षण और मध्यपंक्ति में अच्छे खिलाड़ी हैं. माली ने हालांकि लगातार दो गोल करके उसकी रक्षापंक्ति की कमियों को उजागर किया था. अगर पराग्वे अब कीवी टीम पर जीत दर्ज कर लेता है तो फिर 17 साल बाद नॉकआउट में पहुंच जाएगा. इससे पहले 2001 और 2015 में वह ग्रुप चरण से ही बाहर हो गया था.
न्यूजीलैंड के पास भी अच्छे आक्रामक खिलाड़ी हैं और ऐसे में पराग्वे की रक्षापंक्ति की थोड़ी भी ढिलाई उसे भारी पड़ जाएगी. पराग्वे चौथी बार फीफा अंडर-17 विश्व कप में भाग ले रहा है. वह 1999 में न्यूजीलैंड में पांचवें स्थान पर रहा था जो इस टूर्नामेंट में उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
न्यूजीलैंड अपने कप्तान मैक्स माटा के बिना इस मैच में उतरेगा, जिन्हें तुर्की के खिलाफ ड्रॉ छूटे मैच में रेफरी ने दो पीले कार्ड दिखाए थे. कीवी टीम काफी पहले भारत पहुंच गई थी, लेकिन उसे यहां अब भी पहली जीत की दरकार है. वह ब्राजील और इंग्लैंड के खिलाफ दो अभ्यास मैच भी हार गई थी. तुर्की के खिलाफ पहला मैच हालांकि उसने 1-1 से ड्रॉ खेला, लेकिन पराग्वे पर पार पाने के लिए उसे बेहतर प्रदर्शन करना होगा.
तुर्की के खिलाफ जीत की राह पर लौटना चाहेगा माली
पिछली बार का उपविजेता माली पहले मैच में पराग्वे के खिलाफ हार को भुलाकर ग्रुप बी के सोमवार को नवी मुंबई में होने वाले मैच में तुर्की पर जीत दर्ज करके अपना अभियान पटरी पर लाने की कोशिश करेगा. माली ने पराग्वे के खिलाफ दो गोल खाने के बाद अच्छी वापसी की और एक समय मैच को 2-2 से बराबरी पर ला दिया था, लेकिन आखिर में वो यह मैच 2-1 से गंवा बैठा।
माली की रक्षापंक्ति उसके लिए चिंता का विषय है और पराग्वे के खिलाफ उसकी यह कमजोरी खुलकर सामने आई. उसके पास हालांकि अग्रिम पंक्ति में कुछ दमदार खिलाड़ी हैं और कोच योनास कोमला को उम्मीद होगी कि वे पिछली गलती से सबक लेकर यहां अच्छा खेल दिखाएंगे. 2015 में माली फाइनल में नाईजीरिया से हार गया था. उसे अब भी छुपा रुस्तम माना जा रहा है, लेकिन खिताब की दौड़ में बने रहने के लिए उसे तुर्की पर हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी.
दूसरी तरफ तुर्की ने अपना पहला मैच न्यूजीलैंड से 1-1 से ड्रॉ खेला था. उसके कोच महमत हाकियोगलु ने कहा था कि उनके ग्रुप की तीनों अन्य टीमों के खिलाड़ी शारीरिक तौर पर मजबूत हैं, लेकिन उनकी टीम में अधिक कुशल खिलाड़ी हैं. पिछले मैच में गोल दागने वाले अहमद कुटुकु फिर से वही प्रदर्शन दोहराना चाहेंगे. तुर्की की मध्यपंक्ति के अन्य खिलाड़ियों को भी उन्हें पूरा सहयोग देना होगा जैसा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने पहले हाफ में किया था.