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छेत्री के साथ मतभेद की बातों पर बोले कोच स्टीफन, वो हिट हैं पर युवाओं को मौका भी जरूरी

जॉर्डन के खिलाफ मुकाबले में टीम कप्तान छेत्री की कमी महसूस करेंगे हालंकि भारतीय कोच स्टीफन कांसटाइन को लगता है कि यह युवाओं के लिए अच्छा मौका है

Riya Kasana

भारतीय फुटबॉल टीम 17 नवंबर को अपने स्टार खिलाड़ी  सुनील छेत्री के बिना ही जॉर्डन के खिलाफ फीफा मैत्री मैच खेलने उतरेगी.  भारत के लिए यह मुकाबला बेहद अहम होने वाला है. गुरुवार को टीम जॉर्डन के खिलाफ मुकाबले के लिए रवाना होगी. कोच का मानना है कि एएफसी एशिया कप से पहले यह मैच टीम के लिए बेहद अहम होगा. जॉर्डन की टीम में कई बड़े खिलाड़ी हैं और उनके खिलाफ खेलने से टीम को तैयारियों में मदद मिलेगी. स्टीफन ने कहा ' इस मुकाबले में टीम को एकजुट होकर खेलना होगा. जरूरी है कि टीम वो गलतियां ना दोहराए जो चीन के खिलाफ हमसे हुई. टीम को दबाव के अंदर खेलने का अनुभव होगा क्योंकि एशिया कप में हालात वैसे ही होंगे. हमने पूरा प्लान तैयार किया है देखना होगा की वह कितने सटीक तरीके से अमल में आता है.'

इस अहम मुकाबले में टीम कप्तान छेत्री की कमी महसूस करेंगे हालंकि भारतीय कोच स्टीफन कांसटाइन को लगता है कि यह युवाओं के लिए अच्छा मौका है. मैच के लिए जॉर्डन जाने से पहले उन्होंने कहा 'छेत्री का टीम ना रहना टीम के लिए बड़ा नुकसान है. हालांकि यह युवाओं के लिए बड़ा मौका है. छेत्री की गैरमौजूदगी में उन्हें प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा. यह हमारे लिए भी अच्छा है क्योंकि हमें छेत्री के ना होने पर टीम में उनकी जगह लेने वाले खिलाड़ी की तलाश है.'


हालांकि कोच ने साफ किया कि मौका देने से उनका मतलब छेत्री को रिप्लेस करना नहीं हैं. उन्होंने कहा ' छेत्री ने मेरे कार्यकाल में शानदार खेल दिखाया है. उन्होंने सबसे ज्यादा गोल पिछले चार साल में ही किए हैं. मैं जानता हूं वह टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में हैं. मैं उन्हें रिप्लेस करने की बात नहीं कर रहा हूं. किसी ऐसे खिलाड़ी को रिप्लेस करना बेवकूफी है जो टीम के लिए अहम हो और फॉर्म में भी हों. छेत्री की जगह टीम में कोई नहीं ले सकता लेकिन यह भी जरूरी है कि युवा खिलाड़ी इस जिम्मेदारी उठाने के लिए आगे बढ़ें क्योंकि आज नहीं तो कल किसी को आगे आना ही होगा.'

हाल ही में खबरें आ रही थी कि भारतीय फुटबॉल ड्रेसिंग रूम में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. खासकर कोच और कप्तान के बीच खटपट की खबरें थी. पत्रकारों से बात करते हुए कोच इन बातों को बकवास करार दिया उन्होंने कहा 'यह सब बातें बकवास हैं ऐसा कुछ नहीं. टीम ने पिछले कुछ समय में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है जो खुद में इस बात का सबूत है कि ड्रेसिंग रूम में सब कुछ ठीक है.' जब कोच से सुनील छेत्री के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा ' अगर मुझे छेत्री से कोई आपसी दिक्कत होती तो इंटरकॉन्टिनेंटल में अपने 100वें मैच में वह  कप्तान नहीं होते. मैंने उन्हें मैच के आखिरी मिनटों में सब्सिटियूट नहीं करता. मैंने ऐसा किया क्योंकि वह इसके लायक हैं. टीम के लिए वह बेहद अहम खिलाड़ी हैं.'

छेत्री की गैरमौजूदगी में कप्तान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कोई साफ जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा 'जब टीम को पता चलेगा तब सब को पता चल जाएगा. पिछले कुछ समय में मैंने कई खिलाड़ियों को कप्तानी सौंपी है क्योंकि मैं खिलाड़ी नहीं लीडर बनना चाहता हूं ताकी वह खुलकर सामने आकर खेलें.' टीम 17 नवंबर को अमान में  पहली बार जॉर्डन से भिड़ने वाली है.