एटलेटिको दे कोलकाता ने हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के तीसरे सीजन के फाइनल में जगह बना ली है. जोस मोलिना की इस टीम ने हाफ टाइम से पहले से ही 10 खिलाड़ियों के साथ खेलने के बावजूद पहले सेमीफाइनल के दूसरे चरण के मुकाबले में मुंबई सिटी एफसी से ड्रॉ खेला.
दूसरे चरण के मैच में दोनों ही टीमों के खिलाड़ी आक्रामक नजर आए. इस दौरान दोनों टीमों के खिलाड़ी कई बार आपस में भिड़ गए. मुंबई ने अपने घर में लचर प्रदर्शन करते हुए अफने फैंस को निराश किया.
पहले हाफ में गोल तो नहीं हो सका लेकिन यह हाफ एक्शन और ड्रामा के लिहाज से कम नहीं रहा. इसी तरह के खेल की उम्मीद दर्शक और प्रशंसक करते हैं. कुल मिलाकर यह हाफ दोनों टीमों के नाम रहा दोनों टीमों ने काफी जल्दी-जल्दी और तेज आक्रमण किए.
मैच में गोल करने का सबसे अच्छा मौका सुनील छेत्री के पास आया था लेकिन आमने-सामने होने के बावजूद छेत्री छठे मिनट में कोलकाता के गोलकीपर देबजीत मजूमदार को छका नहीं सके.
इसके बाद 43वें मिनट में रॉबर्ट लालथालामुआना को दूसरा पीला कार्ड दिखाया गया और इसके साथ कोलकाता की टीम 10 खिलाड़ियों तक सीमित हो गई. रॉबर्ट को इससे पहले 34वें मिनट में पहला पीला कार्ड मिला था.
मुंबई को यह मैच जीतने और फाइनल में जगह बनाने के लिए दो गोल के अंतर से जीत चाहिए थी, जो उसके खेल के स्तर के लिहाज से काफी मुश्किल नजर आ रहा था लेकिन ऐसे में जबकि कोलकाता की टीम 10 खिलाड़ियों तक सीमित हो गई थी, मुंबई की टीम दूसरे हाफ में अपने खेल का स्तर ऊंचा उठाते हुए यह कारनामा कर सकती थी.