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आईएसएल 2018-19: घर में सीजन की पहली जीत के लिए पुणे के सामने उतरेगी केरला ब्‍लास्‍टर्स

शुक्रवार को केरला ब्‍लास्‍टर्स और पुणे सिटी एफसी आमने सामने होगी

FP Staff

केरला ब्लास्टर्स को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में अब तक सिर्फ एकमात्र जीत मिली है और घर में तो उसका खाता भी नहीं खुला है. अब शुक्रवार को उसका सामना जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एफसी पुणे सिटी से होगा, तो वह अपने घरेलू प्रशंसकों अपने आंगन में सीजन की पहली जीत का तोहफा देने का प्रयास करेंगे.

इन दोनों टीमों के बीच सिर्फ चार अंकों का फासला है. इन दोनों ने शुरुआती 10 में से सिर्फ एक मैच जीता है. असल में इन दोनों टीमों की आक्रमण पंक्ति की धार में कमी है और यही कारण है कि 10 मैचों में दोनों टीमें क्रमश: 11 और नौ गोल कर सकी हैं.


पुणे की ओवर एग्रेसिव नीति

पुणे के साथ होने वाले इस अहम मैच से पहले केरल के कोच डेविड जेम्स ने पुणे की ‘ओवर एग्रेसिव’ खेल नीति की आलोचना की. जेम्स ने कहा कि मुझे लगता है कि पुणे के कुछ खिलाड़ी निलंबित हैं और इयान ह्यूम हाल ही में टीम से जुड़े हैं. मैं निलंबन से हैरान नहीं हूं. मुझे बॉर्डरलाइन पर इस टीम के खिलाड़ियों द्वारा किया जाने वाला टैकल परेशान और हैरान करता है.

जेम्स ने जमशेदपुर एफसी के साथ घर में हुए पिछले मैच में अपने खिलाड़ियों की तारीफ की. वह मैच 1-1 से ड्रॉ रहा था. केरल ने इस मैच में न सिर्फ कई मौके बनाए थे बल्कि उसकी रक्षापंक्ति ने भी जमशेदपुर की आक्रमणपंक्ति की नकेल कसकर रखी थी.

निकोला और किजितो मेजबान की चिंता

निश्चित तौर पर सबका ध्यान मेजबानों पर होगा, जिनका आत्मबल अभी बढ़ा हुआ है और वे इसकी दम पर पुणे के खिलाफ पूरे तीन अंक हासिल करने का प्रयास करेंगे. मेजबानों के लिए चिंता की बात यह है कि निकोला क्रेमारेविक और केजिरोन किजितो चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं.

जेम्स अब गोल के लिए स्लाविसा स्टोजानोविक और सिमिनलेन डोंगेल पर आश्रित होंगे. पुणे की डिफेंस कमजोर है, क्योकि उसने अब तक कुल 21 गोल खाए हैं. आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो केरल का पलड़ा भारी है क्योकि अब तक दोनों टीमों के बीच नौ मुकाबले हुए हैं और इनमें से सिर्फ एक में पुणे की जीत हुई है.

पुणे को विदेशी खिलाड़ियों से उम्‍मीद

अंतरिम कोच प्रद्युमन रेड्डी को अपने विदेशी खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी. पुणे के विदेशी खिलाड़ी अब तक उम्मीद पर खरे नहीं उतरे हैं. मार्सेलिन्हो, डिएगो कार्लोस और मार्को स्टैनकोविक अपने रंग में नहीं हैं और इन चारों के बीच सिर्फ चार गोल हैं. जहां तक भारतीय खिलाड़ियों की बात है तो सिर्फ आशिक कुरुनियन ही गोल कर सके हैं. रेड्डी जानते हैं कि उनकी टीम का आगे जाना सम्भव नहीं है और इसी कारण वह चाहते हैं कि उनकी टीम अब अपने सभी मैच जीतकर आत्मविश्वास के साथ सीजन का समापन करे.

केरल के खिलाफ आईएसएल के टॉप स्कोरर इयान ह्यूम को शुरुआती अंतिम-11 में जगह मिल सकती है क्योंकि डिएगो कार्लोस अभी टीम के साथ नहीं हैं. ऐसे में पुणे को जीत हासिल करने और तालिका में अपनी स्थिति सुधारने के लिए 100 फीसदी देना होगा क्योंकि मेजबानों के खिलाफ उनके घर में खेलना वैसे भी किसी भी टीम के लिए कठिन रहा है.