शीर्ष पर चल रही बेंगलुरु एफसी इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में जब शुक्रवार को गुवाहाटी के इंदिरा गांधी एथलेटिक स्टेडियम में नार्थईस्ट यूनाइटेड एफसी से भिड़ेगी तो उसे अपने स्टार गोलकीपर गुरप्रीत सिंह की कमी खलेगी. राष्ट्रीय टीम के नियमित खिलाड़ी गुरप्रीत पर एफसी गोवा के खिलाफ खेले गए मैच में बुरे बर्ताव के कारण दो मैच का प्रतिबंध लगा दिया गया है. बेंगलुरु एफसी की टीम में अभ्रा मंडल भी नहीं खेलेंगे. अभ्रा चोटिल हैं, जबकि लालथुमवाई राल्टे की टीम में वापसी हुई है.
बेंगलुरु एफसी छह अंकों और बेहतर गोल अंतर के कारण पहले स्थान पर है. नार्थईस्ट यूनाइटेड की टीम इस समय अंक तालिका में छठे स्थान पर है. उसके तीन मैचों में चार अंक हैं
टीम के पास गोलकीपिंग के ज्यादा विकल्प नहीं हैं. गुरप्रीत मौजूदा समय में भारत के सबसे शानदार गोलकीपरों में से एक हैं और उनके बिना बेंगलुरु कमजोर दिखाई पड़ रही है. केल्विन अभिषेक के रूप में बेंगलुरु के पास एकमात्र फिट गोलकीपर हैं. नार्थईस्ट युनाइटेड बेंगलुरु की इस कमजोरी का फायदा उठाना चाहेगी, लेकिन कोच जोआओ डे डेउस इसे अपनी टीम के लिए किसी प्रकार की बढ़त नहीं मानते. डेउस ने कहा, ‘हमें फायदा तभी है, जब बेंगलुरु एफसी बिना किसी गोलकीपर के खेले, लेकिन ऐसा नहीं होने वाला है. वह गोलकीपर के साथ ही मैदान पर उतरेगी. मुझे इसकी परवाह नहीं है क्योंकि मुझे अपनी टीम देखनी है,’
बेंगलुरु एफसी के कोच अल्बर्ट रोका इस उलझन में हैं कि वह किस गोलकीपर के साथ मैदान पर उतरें. उनके पास केल्विन के अलावा कोई और विकल्प नहीं है. रोका ने कहा,‘पीछे की पंक्ति में मुझे थोड़ी परेशानी है क्योंकि गोलकीपर भी नहीं है, लेकिन यह ऐसी परिस्थति है कि मैं इन्हें बदल नहीं सकता. मुझे अपने गोलकीपरों पर भरोसा है, इसलिए जो भी हो वह अपना खेल खेलेगा.’ शादी के बंधन में बंधने के बाद टीम से जुड़े रहे कप्तान सुनील छेत्री के आने से मेहमान टीम की मजबूती बढ़ेगी. कोच ने कहा, ‘वह इस मैच के लिए उपलब्ध रहेंगे. मैंने अपने करियर में जितने खिलाड़ी देखें हैं उनमें से वह काफी पेशेवर हैं.’