view all

इंटरकॉन्टिनेंटल कप फुटबॉल: फाइनल में छेत्री के 'डबल धमाके' ने भारत को दिलाया खिताब

इंटरकॉन्टिनेंटल कप फुटबॉल के फाइनल में छेत्री के दो गोल की मदद से भारत ने केन्या को 2-0 से मात दी

FP Staff

इस कप्तान के पास अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड हैं, देश के लिए 100 से ज्यादा मैच खेलने का अनुभव है, अपने खेल के लिए जुनून है उससे प्यार है बस जो नहीं था वो था फैंस का साथ. अपने ही मैदान पर खाली स्टेडियम ने उन्हें मजबूर किया सोशल मीडिया पर अपील करने के लिए. अपील की देश के फुटबॉल फैंस ने उन्हें गाली दे, खेल की आलोचना करे लेकिन ये सब इंटनेट के पर्दे पर नहीं स्टेडियम में आकर उन्हें खेलता देखकर करें. अपील अपनी ही देश की जनता से अपनी ही टीम को समर्थन देने की.  कप्तान की इस वीडियो को जिसने भी देखा वो भावुक दिखाई दिया. इसके बाद तो हर मैच में स्टेडियम भरे हुए नजर आए और स्टेडियम के हर कोने में तिरंगा दिखाई दिया. फैंस के इस प्यार का कर्ज सुनील छेत्री ने रविवार को इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीत कर उतारा.

पहले हाफ में ही ले ली थी बढ़त


भारत ने चार देशों के इंटरकॉन्टिनेंटल कप के फाइनल में केन्या को 2-0 से मात दी. भारत के स्टार सुनील छेत्री ने पहले ही हाफ में दो गोल करके भारत को लीड दिलाई जो भारत ने अंत तक बना कर रखी. केन्या को भारत ने लीग स्टेज में 3-0 से हराया था इसी कारण केन्या ने शुरुआत से ही अटैकिंग खेल दिखाया. छेत्री ने मैच की आठवीं मिनट में पहला गोल करके भारत को 1-0 की लीड दिलाई. केन्या के डिफेंडर बर्नड ओगिंगा की गलती के कारण भारत को फ्री किक मिली. 20 साल के थापा ने फ्री किक ली और छेत्री ने इसे आसान गोल मे बदल दिया. इसेक बाद केन्या बराबरी करने के प्रयास करता रहा लेकिन गोलकीपर गुरप्रीत ने कोशिशें कामयाब नहीं होने दिया.

छेत्री ने हाफ टाइम से कुछ समय पहले ही दूसरा गोल करके भारत का बढ़त को 2-0 कर दिया. अनस के थ्रो को छेत्री ने केन्या के दोनों डिफेंडरों के बीच में गेंद को ढंग से नियंत्रित किया और आर फिर उनके लो लेफ्ट फुट किक का जवाब गोलकीपर पैट्रिक के पास नहीं था और भारत को एक और गोल की बढ़त मिली.

खास है ये जीत

भारत की ये जीत कई मायनों में अहम भी है खास भी. इस जीत ने उस साथ की नींव रखी है जो भारतीय फुटबॉल के भविष्य के लिए सबसे ज्यादा अहम है. फैंस  और टीम के बीच विश्वास की रूपरेखा तैयार की. एशिया कप में से पहले भारतीय टीम के आत्मविश्वास के लिए ये भी जरूरी थी.