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आईएसएल 2018-19 : घर में दिल्ली डायनामोज से भिड़ेगा बेंगलुरु एफसी, सभी की निगाहें सुनील छेत्री पर

यह मैच बेंगलुरु के कप्तान सुनील छेत्री के लिए खास होगा, क्योंकि इस क्लब के लिए यह उनका 150वां मैच होगा

FP Staff

बेंगलुरु एफसी को सोमवार को अपने घरेलू मैदान श्री कांतिरावा स्टेडियम में दिल्ली डायनामोज से भिड़ना है. यह मैच बेंगलुरु के कप्तान सुनील छेत्री के लिए खास होगा, क्योंकि इस क्लब के लिए यह उनका 150वां मैच होगा और वह इस मौके को खास बनाना चाहेंगे. छेत्री सालों से बेंगलुरु एफसी का चेहरा हैं. इस क्लब के लिए उन्होंने कई कमाल किए हैं और उनकी कप्तानी में ही क्लब ने बीते साल पहली बार आईएसएल में खेलते हुए फाइनल में जगह बनाई थी. फाइनल में उसे चेन्नइयन एफसी के हाथों हार मिली थी.

सोमवार को होने वाला मैच बेंगलुरु के लिए अहम होगा, क्योंकि अभी वह 10 टीमों की तालिका में दूसरे स्थान पर है. दूसरी ओर, दिल्ली की टीम अंतिम स्थान पर है. बेंगलुरु की टीम यह मैच जीतकर पहले स्थान पर पहुंचना चाहेगी तो दिल्ली की टीम भी स्थान परिवर्तन करना चाहेगी.


बेंगलुरु एफसी इस सीजन की एकमात्र ऐसी टीम है, जो अब तक अजेय है. इस टीम ने छह मैच खेले हैं. इस टीम ने अपने अंतिम मैच में एफसी गोवा को 2-1 से हराया था और वह भी 10 खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए. उस मैच में डिमास डेल्गाडो को रेड कार्ड मिला था और फलस्वरूप वह दिल्ली के खिलाफ नहीं खेल सकेंगे.

चोट के कारण स्ट्राइकर मीकू और एरिक पार्टालू गोवा के खिलाफ नहीं खेल सके थे. पार्टालू ने पैर के अंगूठे की सर्जरी कराई है और वह कुछ अन्य मैचों में भी नहीं खेल सकेंगे. मीकू की वापसी हो सकती है, लेकिन सबकुछ उनकी फिटनेस टेस्ट पर निर्भर करेगा. मीकू अगर फिनेटस टेस्ट में नाकाम होते हैं तो फिर चेंचो गाइलस्टीन को फिर मौका मिलेगा. चेंचो ने गोवा के खिलाफ पदार्पण किया था. वह छेत्री के साथ आक्रमण पंक्ति की कमान संभालेंगे. छेत्री इस सीजन में अब तक पांच गोल कर चुके हैं.

दूसरी ओर, दिल्ली की टीम की आक्रमण पंक्ति अब तक कमजोर रही है. इस टीम ने आठ मैचों में अब तक सिर्फ सात गोल किए हैं. इस टीम ने कई अच्छे मौके बनाए हैं, लेकिन उन्हें गोल में बदलने में नाकाम रही है. कोच जोसेफ गोम्बाउ को आशा है कि उनके खिलाड़ी अच्छे खासे आराम के बाद मैदान पर जरूरी फुर्ती दिखाएंगे और पहले चरण की नाकामी को भूलकर दूसरे चरण में अच्छा प्रदर्शन करेंगे.

प्रीतम कोटाल और नारायन दास को डिफेंस की कमान संभालनी होगी क्योंकि डिफेंस ने अब तक 13 गोल खाए हैं. दिल्ली टीम का संयोजन इस पर निर्भर करेगा कि गोम्बोउ अल्बीनो गोम्स को गोलकीपिंग की जिम्मेदारी देना चाहते हैं या फिर फ्रांसिस्को डोरोनसोरो को. डेनिएल लालहिम्पुइया बेंगलुरु के खिलाफ अच्छा खेल दिखाना चाहेंगे क्योंकि बीते सीजन में आईएसएल में इस क्लब के लिए उन्हें सिर्फ पांच मिनट मैदान पर बिताने का मौका मिला था.

अब देखने वाली बात यह है कि क्या बेंगलुरु एफसी लीग स्तर पर अपना वर्चस्व जारी रख पाता है या नहीं और क्या दिल्ली की टीम अब तक की नाकामी को भूलकर इस सीजन की पहली जीत दर्ज करने में सफल हो पाती है?