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आईएसएल 2018-19 : बेंगलुरु एफसी के खिलाफ पुणे सिटी को अपना डिफेंस दुरुस्त करने की जरूरत

अजेय बेंगलुरु एफसी के खिलाफ एफसी पुणे के पास जीत के अलावा कोई और विकल्प नहीं है. नौ मैचों में से सिर्फ एक जीत मिली है उसे

FP Staff

एफसी पुणे सिटी का जब इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में शुक्रवार को सामना श्री कांतीरावा स्टेडियम में मेजबान बेंगलुरु एफसी से होगा तो पुणे के अंतरिम कोच प्रद्युमन रेड्डी के लिए एक तरह से यह घर वापसी होगी. बेंगलुरु एफसी का गठन 2013 में हुआ था. तब से रेड्डी बेंगलुरु की टीम के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा थे. रेड्डी ने भारतीय खिलाड़ियों को एक करने में अहम भूमिका निभाई है. जो तीन साल उन्होंने वहां गुजारे टीम ने उस दौरान काफी सफलता अर्जित की. इसके बाद वह 2017 में पुणे में सहायक कोच के तौर पर आ गए. अब उन्हें अपने पुराने घर में काल्र्स कुआड्राट की अभी तक अजेय रही टीम की चुनौती का सामना करना है.

नौ मैचों में से सिर्फ एक जीत के साथ पुणे सिटी के पास अंकतालिका में शीर्ष स्थान पर कायम टीम के खिलाफ जीत के अलावा कोई और विकल्प नजर नहीं आ रहा है. जमशेदपुर को 2-1 से मात देने के बाद लगा था कि पुणे अपनी किस्मत बदल सकती है, लेकिन नॉर्थईस्ट के खिलाफ हार ने उसके प्रशंसकों को निराशा दी.


बेंगलुरु के खिलाफ पुणे को अपने डिफेंस को दुरुस्त करने की जरूरत है जो अभी तक बेहद खराब रहा है. पुणे के डिफेंस ने अभी तक 19 गोल खाए हैं. वहीं पुणे के डिफेंस ने अभी तक सबसे ज्यादा शॉट (141) खाए हैं. यह आंकड़े बताते हैं कि पुणे का डिफेंस कितना पिछड़ा है.

रेड्डी ने कहा, ‘इस सीजन में हमारा डिफेंस एक समस्या रहा है, लेकिन आप आखिरी मैच को देखें. हमने पूरे 90 मिनट शानदार डिफेंस किया. हमने गोल खाया वो भी सेट पीस पर.  सबसे बड़ी समस्या यह है कि हम कई बार ज्यादा डिफेंसिव हो जाते हैं. हमने अभी तक अपने आक्रमण का डर नहीं बनाया है. हमने अटैक नहीं किया है. हमने डिफेंस में गलतियां की हैं. हमें सही संतुलन तलाशने की जरूरत है.’

सुनील छेत्री की टीम को संभालना पुणे के लिए मुश्किल से भरा रहेगा. हालांकि मीकू के न होने से पुणे को राहत मिलेगी जो जनवरी तक बेंगलुरु की टीम से बाहर रहेंगे. वह इलाज के लिए स्पेन रवाना हो गए हैं. लेकिन सुनील छेत्री पुणे सिटी के खिलाफ खेलना पसंद करते हैं. पुणे के खिलाफ बेंगलुरु के कप्तान ने छह मैचों में छह गोल किए हैं.

कुआड्राट ने कहा, ‘मीकू इस तरह के खिलाड़ी हैं जिनका विकल्प नहीं हो सकता. आपको अपने खेलने के तरीके में बदलाव करने होंगे. लेकिन हमारे लिए उन चीजों को लागू करना रोचक होगा जिन पर हम काम करते आ रहे हैं.’

वहीं बेंगलुरू का डिफेंस टाइट है और उसने अभी तक सिर्फ पांच गोल खाए हैं. अल्बर्ट सुआन और जुनान ने डिफेंस में शानदार प्रदर्शन किया है. अगर गलती से यह दोनों चूक जाते हैं तो गोलकीपर गुरप्रीत सिंह को भेद पाना बेहद मुश्किल रहता है. उन्होंने दिल्ली के खिलाफ खेले गए मैच में इस बात को साबित किया था. गुरप्रीत गोल्डन ग्लव की दौड़ में सबसे आगे हैं. उनके नाम तीन क्लीन शीट्स हैं.

कुआड्राट ने कहा, ‘पुणे उस स्थिति में हैं जहां वह अंक हासिल करने के लिए उतावली है. और वह यहां दिल्ली की तरह ही तीन अंक हासिल करने के लिए आ रहे हैं. हमारे लिए यह नया टेस्ट होगा. मुझे उम्मीद है कि हम तीन अंक हासिल करने के लिए अच्छा खेल खेलें.’

पुणे सिटी के पास मार्सेलिनियो, डिएगो कार्लोस जैसे नाम हैं. हालांकि इन दोनों ने अभी तक सीजन में अपना जलवा नहीं दिखाया है. इयान ह्यूम ने अभी तक सिर्फ दो मैच खेले हैं. रेड्डी को उम्मीद होगी की यह तीनों इस मैच में अपना कमाल दिखाएं.

बेंगलुरु की टीम को दिमास डेल्गाडो के आने से मजबूत हुई है जो दिल्ली के खिलाफ पिछले मैच में प्रतिबंध के कारण नहीं खेल पाए थे. स्पेन का यह खिलाड़ी मिडफील्ड में शानदार खेलता है. कोच को उम्मीद होगी कि पुणे के खिलाफ वह अच्छा खेलें.