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आईएसएल 2018-19 : सिमिलेन डोंगेल ने दागा बराबरी का गोल, केरला ने जमशेदपुर से खेला ड्रॉ

इस सीजन में दोनों टीमों के बीच यह दूसरा ड्रॉ है. जमशेदपुर एफसी ने अपने घर में 29 अक्टूबर को केरला को 2-2 की बराबरी पर रोका था.

FP Staff

मणिपुरी स्टार सिमिलेन डोंगेल द्वारा अहम मौके पर किए गए गोल की मदद से मेजबान केरला ब्लास्टर्स ने मंगलवार को इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में कोच्चि के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में जमशेदपुर एफसी के खिलाफ हार टालने में सफल रही. यह मैच 1-1 की बराबरी पर समाप्त हुआ. इस सीजन में दोनों टीमों के बीच यह दूसरा ड्रॉ है. जमशेदपुर एफसी ने अपने घर में 29 अक्टूबर को केरला को 2-2 की बराबरी पर रोका था.

इस मैच के दोनों गोल दूसरे हाफ में हुए. जमशेदुपर ने 66वें मिनट में विवादित पेनल्टी पर 1-0 की बढ़त ली थी लेकिन डोंगेल ने 10 मिनट बाद बराबरी का गोल कर अपनी टीम को घर में लगातार तीसरी हार से बचा लिया. इस ड्रॉ से हालांकि अंकतालिका में कोई बदलाव नहीं आया. केरला 10 मैचों में एक जीत, छह ड्रॉ और तीन हार के बाद नौ अंक लेकर सातवें स्थान पर है. केरला को इस सीजन की इकलौती जीत उद्घाटन मैच में एटीके के खिलाफ मिली थी. वहीं, जमशेदपुर 11 मैचों में तीन जीत, सात ड्रॉ और एक हार के बाद 16 अंक लेकर पांचवें स्थान पर ही बनी हुई है.


खाली-खाली सा था स्टेडियम 

दोनों टीमों के लिए यह मैच काफी अहम था. केरला को अपने नाराज प्रशंसकों को खुश करना था. केरला के प्रशंसक उसके इस सीजन के इस प्रदर्शन से बेहद नाराज हैं और इसी कारण हमेशा पीले समंदर की तरह दिखने वाला यह स्टेडियम खाली-खाली सा था. मंगलवार को सिर्फ 8 हजार दर्शक स्टेडियम में पहुंचे.

जीत की तलाश में केरल ने मैच का पहला मौका सातवें मिनट में बनाया लेकिन वह नाकाम रहा. पहले हाफ में चोटों के कारण भी दोनों टीमें परेशान रहीं और इसी वजह से दोनों टीमों को शुरुआत में ही बदलाव करने पड़े. 12वें मिनट में जमशेदपुर के स्टार खिलाड़ी माइकल सोसाइराज को मांसपेशियों में समस्या के कारण बाहर जाना पड़ा. उनके स्थान पर जैरी मावहमिंगथंगा मैदान के अंदर भेजे गए. 40वें मिनट में केरला के केजिरोन किजिटो को भी चोट लगी और उनके स्थान पर करेज पेकुसन मैदान पर भेजे गए.

जमशेदपुर के गोलकीपर का शानदार सेव

इन दो चोटिल घटनाओं के बीच केरला के लिए बुरी खबर यह आई की 36वें मिनट में हालीचरण नारजारे और 19वें मिनट में स्टोजानोविक को पीला कार्ड दे दिए गए. स्टोजानोविक को कार्ड मिलने के दो मिनट बाद किजिटो ने जमशेदपुर के डिफेंस की परीक्षा ली जिसमें मेहमान टीम सफल रही. 34वें मिनट में जमशेदपुर के गोलकीपर ने इस हाफ का सबसे अच्छा सेव किया. नारजारे ने क्रॉस पास के जरिए गेंद को नेट में डालना चाहा जिसे सुब्रत ने डाइव कर रोक लिया. गेंद केरला के डोंगेल के पास पहुंची, जिसे मेमो ने गोललाइन पर क्लीयर कर दिया.

विनीत के प्रयास को गुरंग ने नकारा

दूसरे हाफ में जमशेदपुर ने मोबाशिर रहमान को बाहर भेज प्रतीक चौधरी को अंदर भेजा. इस हाफ की शुरुआत में भी दोनों टीमें बराबरी का खेल खेल रही थीं. केरला के कोच डेविड जेम्स ने गोल होता न देख एक और बदलाव किया और 51वें मिनट में नारजारे को बाहर बुला सीके विनीत को मैदान पर उतारा. विनीत के आने के तीन मिनट बाद संदेश झिंगन ने उन्हें गोल करने के लिए गेंद थी, जिसके बीच रॉबिन गुरंग आ गए.

कार्लोस काल्वो ने पेनल्टी पर दागा गोल 

जैरी ने 63वें मिनट में केरला को परेशानी में डाल दिया था. उन्होंने मेजबान टीम के डिफेंडर से गेंद ली और देखा की धीरज सही जगह पर नहीं है. 55 यार्ड की दूरी से जैरी ने गेंद को नेट डालने का फैसला लिया लेकिन गेंद काफी बाहर चली गई. तीन मिनट धीरज इस मैच में केरला के तीसरे ऐसे खिलाड़ी बन गए जिन्हें यलो कार्ड मिला. इस यलो कार्ड के कारण जमशेदपुर को विवादित पेनल्टी मिली. धीरज बॉक्स के बाहर काहिल को रोकने के प्रयास में थे. इसी कारण वह काहिल को गिरा बैठे. यहां गलती यह हो गई की काहिल बॉक्स के अंदर गिरे और जमशेदपुर को पेनल्टी मिली. नियमों के हिसाब से यह पेनल्टी नहीं होनी चाहिए थी लेकिन रैफरी राहुल कुमार गुप्ता ने पेनल्टी का फैसला दिया. इस मौके को कार्लोस काल्वो ने गोल में तब्दील कर मेहमान टीम को 1-0 से आगे कर दिया.

डोंगेल ने किया बराबरी का गोल

केरला को हालांकि अपने अच्छे खेल का फायदा मिला और 10 मिनट बाद डोंगेल ने उसे बराबरी पर ला दिया, इस गोल में उनकी मदद स्टोजानोविक ने की. स्टोजानोविक को हवा में गेंद मिली जिसे नियंत्रण में लेने के बाद स्टोजानोविक ने डोंगेल के पास भेज दिया और उन्होंने गेंद को नेट में डाल स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया. 74वें मिनट में मैदान पर उतरे फारूख चौधरी ने 88वें मिनट में जमशेदपुर को बढ़त दिलाने का प्रयास किया. उनके इस प्रयास में केरला के गोलकीपर धीरज बाधा बन गए. अंतत: दोनों टीमें अंक बांटने पर मजबूर रहीं.