भारतीय मेंस फुटबॉल टीम के एशियन गेम्स खेलों में भागीदारी को लेकर असमंजस की स्थिति पैदा हो गई है क्योंकि क्योंकि भारतीय ओलंपिक संघ यानी आईओए ने साफ किया कि वह टीम स्पर्धाओं में अपने मानदंडों पर कायम रहेगा जिन पर यह खेल अभी खरा नहीं उतरता है.
अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ यानी एआईएफएफ को खेल मंत्रालय से मंजूरी मिलने की उम्मीद है. लेकिन आईओए का कहना है कि वह मानदंडों के हिसाब से केवल टॉप आठ में शामिल टीम को ही टीम स्पर्धाओं में भेज सकता है.
आईओए महासचिव राजीव मेहता ने कहा, ‘मैं किसी एक खेल की बात नहीं करूंगा लेकिन टीम स्पर्धा में टॉप आठ में शामिल और व्यक्तिगत स्पर्धाओं में टॉप छह में शामिल का मानदंड है और हम इस पर कायम हैं.
इस बारे में जब एआईएफएफ सचिव कुशाल दास से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा, ‘हमारे अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने नरिंदर बत्रा (आईओए अध्यक्ष) से बात की है और हमें उम्मीद है कि हमारी टीम को एशियाई खेलों में भेजा जाएगा.’
एश्यन गेम्स में अंडर 23 टीम की भादीदारी होती है चार खिलाड़ी सीनियर हो सकते हैं. भारती टीम में ज्यादातर खिलाड़ी अंडर 23 हैं लिहाजा टीम के चीफ कोच कॉस्टेंटाइन चाहते हैं कि टीम एशिय़न गेम्स मे जाने का मौका मिले.
(एजेंसी इनपुट के साथ)