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फीफा अंडर-17 फुटबॉल विश्वकप, भारत बनाम अमेरिका Highlights: 0-3 से हारी टीम इंडिया

अमेरिकी टीम के लिए जोश सार्जेंट, क्रिस डार्किन और एंड्रयू कार्लटन ने गोल किए

FP Staff
21:52 (IST)

इसी के साथ भारत को अमेरिका के खिलाफ 0-3 की हार झेलनी पड़ी. इस भारतीय टीम ने संघर्ष तो काफी किया लेकिन अमेरिका से पार नहीं पा सके, इस मैच में गोलकीपर धीरज और कोमल की जितनी तारीफ की जाए कम है, दोनों ही युवा खिलाड़ी ने शानदार खेल दिखाया

21:49 (IST)

90 मिनट का समय पूरा हो चुका है,  3 मिनट का इंजरी टाइम जोड़ा गया

21:46 (IST)

अंतिम समय में भारतीय टीम थोड़ी बिखर रही है, अमेरिका भी लगातार आक्रमण कर रही है. भारतीय टीम में अनुभव की कमी साफ दिख रही है

21:43 (IST)

अमेरिका का एक और गोल, अमेरिका के मिडफील्डर के सामने भारतीय डिफेंडर बेबस नजर आए, अमेरिका 3 गोल से आगे, कार्लेटन ने किया जबरदस्त गोल, भारतीय डी में अकेले घुस गए थे

21:40 (IST)

भारत के पास फिर गोल का मौका था लेकिन कोमल फिर से फायदा नहीं उठा पाए, फिर भी अच्छी कोशिश

21:37 (IST)

78 मिनट का खेल हो चुका है, भारत क्या 1 गोल भी कर पाएगा, अमेरिका जिस तरह खेल रहा है उससे तो लग नहीं रहा लेकिन उम्मीद नहीं छोड़नी चाहिए

21:35 (IST)

अमेरिका के मिडफील्डर वन ऑन वन की रणनीति पर खेल रहे हैं, वह भारतीय खिलाड़ियों को अपनी गति से पीछे छोड़ रहे हैं

21:34 (IST)

अब देखना दिलचस्प होगा कि भारत की रणनीति क्या होगी क्योंकि अमेरिका के लिए चिंता की बात नहीं है

21:30 (IST)

भारतीय टीम अब आक्रमक होकर खेल रही है. वह लगातार मौके बना रही है. अभी तक इस भारतीय टीम के कंधे नहीं झुके हैं, उनका संघर्ष जारी है

21:28 (IST)

अभिजीत सरकार की जगह लेंगे रहीम 

21:27 (IST)

अमेरिका के खिलाड़ी अब पास पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, उन्हे यही करने की जरुरत भी है

21:27 (IST)

कोमल के अलावा और कोई खिलाड़ी आक्रमक खेल नहीं दिखा पाया, कोमल को किसी साझेदार की सख्त जरुरत है

21:25 (IST)

भारत को मौके बनाने की जरुरत है, अमेरिका इतनी आसानी से मौका नहीं देगा, भारतीय खिलाड़ियों को थोड़ा जुझारुपन दिखाना होगा

21:23 (IST)

21:21 (IST)

अमेरिका के अंकोला को अच्छा मौका मिला था, लेकिन फायदा नहीं उठा पाए

21:20 (IST)

61 मिनट का खेल खत्म हो चुका है. भारत 2 गोल से पीछे हैं क्या वापसी कर पाएगी टीम इंडिया

21:18 (IST)

अमेरिका 2 गोल की बढ़त लेकर थोड़ा रिलेक्स फील कर रहे होगा, वह आराम से अब खेल में बढ़त ले चुका है इसलिए ज्यादा कुछ करने की जरुरत नहीं

21:14 (IST)

कोमल के पास मौका था लेकिन खराब शॉट मारा, कोमल के पास बेहतरीन मौका था लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाए, कोमल थोड़ी हड़बड़ी दिखा गए

21:13 (IST)

अमेरिका के खिलाड़ी लगातार भारतीय डी पर हमला कर रहे हैं. भारतीय डिफेंडर्स के लिए मुश्किल समय

21:10 (IST)

और ये गोल. फिर भारतीय खिलाड़ी से हुई गलती, अनवरअली से गेंद लगी और धीरज के पास कोई मौका नहीं, कॉर्नर मिला था अमेरिका को, अमेरिका 0-2 से आगे

21:07 (IST)

भारत के गोलकीपर धीरज का जबरदस्त सेव, अमेरिका ने बड़ी चालाकी से मौका बनाया था लेकिन धीरज को भेद नहीं पाए

21:06 (IST)

अमेरिका के पास मौका था लेकिन ऑफ साइड में थी गेंद

21:04 (IST)

अमेरिका ने अपने खेल में एक रणनीति दिखाई है, वह भारत को आसानी से मौका नहीं देगा

21:03 (IST)

हाफ टाइम के बाद फिर से खेल शुरू हो रहा है

21:02 (IST)

पहला हाफ 1-0 की बढ़त के साथ खत्म करना अमेरिका के लिए अच्छा, लेकिन मेजबान टीम वापसी कर सकती है. अगले 45 मिनट भारत के लिए बेहद अहम. गोलकीपर धीरज अच्छा कर रहे हैं. अग्रिम पंक्ति को अपना दम दिखाना होगा. घरेलू दर्शको के सामने अभी टीम के पास मौका.

20:52 (IST)

हाफ टाइम खत्म, भारत 0-1 से पीछे, भारत पीछे चल रहा है लेकिन फिर भी उसकी तारीफ करनी चाहिए खास कर डिफेंडर्स की, अमेरिका ने कई मौके बनाए थे लेकिन ज्यादातर मौकों को वह भुना नहीं पाए. गोलकीपर धीरज का भी अब तक प्रदर्शन अच्छा रहा है

20:46 (IST)

1 मिनट का इंजरी टाइम

20:45 (IST)

अमेरिका के गोल स्कोरर जेम्स सार्जेंट इससे पहले अपनी टीम के लिए 14 गोल दाग चुके हैं. वह  अपनी टीम के लिए सात गोल करने में मदद कर चुके हैं.

20:45 (IST)

अमेरिका के खिलाड़ी ज्यादा जल्दबाजी नहीं कर रहे हैं, बड़ी आसानी से खेल रहे हैं, ये भारतीय टीम के लिए थोड़ी चिंता की बात है. अमेरिका भारतीय खिलाड़ियों का स्टेमिना कम कर आक्रमण कर सकता है

20:43 (IST)

अनिकेत ने अमेरिका के गोल पोस्ट पर हमला किया, अमेरिका के गोलकीपर का आसान सेव

भारतीय फुटबॉल के लिए छह अक्टूबर का दिन ऐतिहासिक होगा, जब देश पहली बार किसी भी वर्ग में फीफा मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए उतरेगा. आबादी के लिहाज से दुनिया के दूसरे सबसे बड़े देश के लोगों की ढेरों उम्मीदों और आकांक्षाओं के बीच भारतीय टीम फीफा अंडर-17 फुटबॉल विश्वकप में खेलने उतरेगी.

भारतीय टीम का लक्ष्य मजबूत व अनुभवी अमेरिकी टीम के खिलाफ ऊंचे मनोबल और देशवासियों के अपार समर्थन के साथ नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में अपने अभियान की शानदार शुरुआत करना होगा. भारत की जमीन पर पहली बार हो रहे फीफा टूर्नामेंट में दुनिया के 24 देश हिस्सा ले रहे हैं, जो छह से 28 अक्टूबर तक चलने वाले टूर्नामेंट में देश के छह विभिन्न शहरों में मुकाबलों के लिए उतरेंगे.


यह पहला मौका है जब भारत किसी भी वर्ग के फीफा विश्वकप फाइनल्स में हिस्सा ले रहा है. भारत को मेजबान होने की हैसियत से टूर्नामेंट में सीधे क्वालीफिकेशन मिला है और यह उसके लिए वैश्विक स्तर का अब तक का सबसे बड़ा टूर्नामेंट है.

कठिन ग्रुप में है मेजबान टीम 

अमेरिका, कोलंबिया और दो बार की चैंपियन घाना के साथ कठिन ग्रुप ए में शामिल भारतीय टीम को निश्चित रूप से अगले दौर में पहुंचने के दावेदार के रूप में नहीं देखा जा रहा है. लेकिन टीम के खिलाड़ी जोश से भरे हैं और अपना सर्वश्रेष्ठ करने के लिए बेताब हैं. इस ग्रुप में अमेरिकी टीम प्रबल दावेदार है जिसके ज्यादातर खिलाड़ी मेजर लीग सॉकर की युवा टीम में खेल चुके हैं और कुछ तो शीर्ष यूरोपीय क्लबों के लिए खेलने के लिए तैयार हैं.

माटोस को खिलाड़ियों पर भरोसा

टीम के मुख्य कोच लुई नार्टन डि माटोस को खिलाड़ियों के साथ तैयारी के लिए केवल आठ महीने का समय मिला है, लेकिन उन्हें अपने खिलाड़ियों से अच्छे प्रदर्शन करने का पूरा भरोसा है.

वह भी मानते हैं कि अगर टीम किसी भी लीग मैच में नहीं हारती और ड्रॉ भी हासिल कर लेती है तो यह भी उनके लिए अच्छा परिणाम होगा. हालांकि अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने मेजबान होने के नाते अपने खिलाड़ियों की तैयारियों में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और उन्हें अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर मुहैया कराया है, जिसमें यूरोप का ट्रेनिंग दौरा और मेक्सिको में टूर्नामेंट शामिल हैं.

पूर्व खिलाड़ियों को भी इस टूर्नामेंट से काफी उम्मीद 

महासंघ के साथ ही कुछ पूर्व खिलाड़ियों को भी इस टूर्नामेंट से काफी उम्मीद है. वे मानते हैं कि भारतीय टीम फिर से 1950 और 1960 के दशक जैसी मजबूत बन सकची है. अंडर- 17 विश्व कप की मेजबानी से निश्चित रूप से बड़े टूर्नामेंट के आयोजन के रास्ते भी खुल जाएंगे, जिसमें अंडर-20 फीफा विश्व कप टूर्नामेंट शामिल है जिसके लिए भारत ने 2019 संस्करण के लिए बोली लगाई है.

बिना किसी दबाव के खेलें खिलाड़ी कोच डि माटोस चाहते हैं कि खिलाड़ी बिना किसी दबाव के प्रतिस्पर्धी होकर खेलें और गोल का कोई मौका नहीं गंवाएं. उन्होंने अमेरिका के खिलाफ मुकाबले के बारे में कहा, 'उनका आक्रमण काफी मजबूत है और हमें डिफेंस में मजबूत होना होगा.'

वहीं, अमेरिका के मुख्य कोच जान हैकवर्थ ने भारत को हल्के में लेने से इन्कार करते हुए कहा, 'हम पहले एक बार भारत के खिलाफ खेल चुके हैं और उनके खिलाफ सफल रहे थे. लेकिन वो विश्व कप का शुरुआती मैच नहीं था और वे विश्व कप की मेजबानी भी नहीं कर रहे थे. उन्हें काफी घरेलू समर्थन मिलेगा.' पिछले साल ब्रिक्स चैंपियनिशप में ब्राजील के खिलाफ शानदार गोल करने वाले मिडफील्डर कोमल थाटल की कोशिश वैसा ही प्रदर्शन करने पर लगी हैं जिनका मानना है कि टीम के खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह से तैयार हैं