अपने पहले मैच जीत दर्ज करने के बाद जर्मनी और ईरान का लक्ष्य नॉक आउट में जगह बनाने पर होगा. मडगांव के नेहरू स्टेडियम में मंगलवार को दोनों टीमें टीमें फीफा अंडर-17 विश्व कप के ग्रुप सी में आमने-सामने होंगी.
अपने पहले मैच में शनिवार को जर्मनी ने कोस्टा रिका को 2-1 से और ईरान ने गिनी को 3-1 से हराया था. हालांकि जर्मनी की शुरुआत उम्मीदों के मुताबिक नहीं रही और मैच के पहले हाफ में स्टार स्ट्राइकर जॉन-फिएटे अर्प ने टीम को पहली सफलता दिलाई, लेकिन दूसरे हाफ में कोस्टा रिका के आंद्रेस गोमेज ने जवाबी गोल कर टीम को बराबरी दिला दी. आखिरी क्षणों में जब लग रहा था कि मैच बराबरी पर छूटेगा, तभी जर्मनी के स्थानापन्न खिलाड़ी नोआह अवुकु ने गोल कर टीम को पूरे अंक दिला दिए.
दूसरी तरफ ईरान को गिनी के खिलाफ ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी और टीम ने मैच में मिले मौके का पूरा फायदा उठाते हुए 3-1 से जीत दर्ज की. ईरान की मजबूत रक्षापंक्ति के सामने निकोल्स क्येन, अवुकु और जान येबोआह के साथ अर्प जर्मनी के आक्रमण की अगुआई करेंगे.
जर्मनी के कोच क्रिस्टियन वुस्कु ने कहा, 'हमें जिस तरह की शुरुआत चाहिए थी वैसी नहीं मिली. कोस्टा रिका के खिलाफ पहले मैच में हमारे खिलाड़ी थोड़ा दबाव में थे, लेकिन बाद में वे लय में आए और कोस्टा रिका को हराया. इन खिलाड़ियों में और अच्छा खेलने का माद्दा है और ईरान के खिलाफ मैच में मैं उन्हें पूरे दम खम से खेलता देखना चाहता हूं, क्योंकि वे रणनीतिक खेल खेलते हैं और उनकी रक्षा पंक्ति मजबूत है.'
ईरानी टीम पिछले मैच के प्रदर्शन को एक बार फिर दोहराना चाहेगी. टीम के कोच अब्बास चमानिया ने कहा,‘ गिनी को हराने के बाद हमें जर्मनी की टीम से पार पाना है, क्योंकि उनका आक्रमण और रक्षापंक्ति काफी संगठित है. हमने उनसे भिड़ने के लिए रणनीति बनाई है और उम्मीद है कि हम सफल होकर अंतिम-16 में जगह बनाने में कामयाब रहेंगे.'
गिनी के खिलाफ खाता खोलने उतरेगा कोस्टा रिका
कोस्टा रिका की टीम पहले मैच में मिली हार को पीछे छोड़ते हुए मंगलवार को मडगांव में ग्रुप सी मैच में सकारात्मक नतीजा हासिल करने की उम्मीद के साथ गिनी के खिलाफ उतरेगी. कोस्टा रिका को टूर्नामेंट के अपने पहले मैच में जर्मनी के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा था.
टीम के कोच ब्रेनसे कमाचो ने कहा, 'अब हमारे पास कोई विकल्प नहीं है, नॉकआउट चरण की दौड़ में बने रहने के लिए हमें गिनी के खिलाफ जीतना ही होगा. अफ्रीकी खिलाड़ी शारीरिक रूप से मजबूत होते हैं और हमें अपने कौशल से उन्हें पछाड़ना होगा जिसके लिए हम जाने जाते हैं. लड़कों को पता है कि उनसे क्या अपेक्षाएं हैं और उम्मीद करते हैं कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे और जीत दर्ज करेंगे.'
गिनी की टीम अपने मुख्य डिफेंडर चेरिफ कमारा के बिना उतरेगी, जिन्हें पिछले मैच में लाल कार्ड दिखाया गया था. टीम भी जीत के साथ अपनी उम्मीदें जीवंत रखना चाहेगी. गिनी को अपने पहले मैच में ईरान के खिलाफ 1-3 से हार का सामना करना पड़ा था.