चैंपियंस लीग 2019-2020 में वीडियो असिस्टेंट रेफरी (वीएआर) तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. यूईएफए ने गुरुवार को इस बात की घोषणा की. यूरोपीय फुटबॉल संचालन संस्था ने अपनी कार्यकारी समिति की बैठक के बाद इस फैसले का खुलासा किया. इस तकनीक का इस्तेमाल चैंपियंस लीग में प्लेऑफ राउंड में और ग्रुप चरण में किया जाएगा.
इसे अगले साल यूएफा सुपर कप और यूरो 2020 के साथ 2020-21 सत्र से यूरोपा लीग में भी इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही इसे नई शुरू हुई नेशंस लीग प्रतियोगिता के फाइनल्स में भी उपयोग में लाया जाएगा, हालांकि ऐसा 2021 से होगा.
वीएआर को इसी साल रूस में खेले गए फीफा विश्व कप में उपयोग में लाया गया था. वीएआर के माध्यम से रेफरी के फैसले को चुनौती दी जा सकती है. यूईएफए के अध्यक्ष एलेक्जेंडर सेफेरिन ने कहा, 'अब समय आ गया है जब रोबोट सिस्टम को उपयोग में लाया जाए.'
विश्व कप में वीएआर के माध्यम से कई फैसलों को बदला गया था. इसके लिए खिलाड़ी गोल, पेनल्टी, रेड कार्ड और गलत फैसलों के खिलाफ अपील कर सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया की फुटबॉल लीग ने सबसे पहले 2017 में इसे अपने यहां लागू किया था. इसके बाद अमेरिका की मेजर सॉकर लीग ने भी इसे लागू किया था.