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FIFA World Cup 2018: गुरुवार के दिन हुई इन तीन बड़ी बातों का असर पूरे वर्ल्ड कप पर पड़ेगा

क्रोएशिया ने मेसी की टीम अर्जेंटीना को 3-0 से दी शिकस्त, फ्रांस पहुंचा नॉकआउट राउंड में

AFP

फीफा वर्ल्ड कप में गुरुवार का दिन बेहद अहम रहा. रूस में इस दिन खेले गए तीन मुकाबलों में एक सबसे बड़ा उलटफेर देखने को मिला तो वहीं नॉक आउट राउंड की तस्वीर और ज्यादा साफ हुई.और फ्रांस की टीम अंतिम 16 में पहुंचने में कामयाब रही.

मौजूदा वक्त मे दुनिया के सबसे बड़े फुटबॉल खिलाड़ियों में शामिल लियोनेल मेसी की टीम अर्जेंटीना की क्रेएशिया के हाथों शर्मनाक हार ने इस टीम के लिए अगरे राउंड में पहुंचने दरवाजे काफी हद तक बंद कर दिए हैं. क्रोएशिया ने 3-0 से अर्जेंटीना को मात देकर वर्ल्ड कप जीतने के  मेसी के सपने को अधर में लटका दिया है.


मिडफील्ड में लुका मॉड्रिक और इवान रॉकटिक के बेहतरीन खेल की बदौलत क्रोएशिया ने फ्रांस के साथ नॉकआउट राउंड में अपनी जगह पक्की कर ली है.

मेसी की जादू खत्मा!

मेसी ने आइसलैंड के खिलाफ अपने पहले मुकाबले में पेनल्टी किस मिस  जरूर की थी लेकिन इसके बावजूद उस मुकाबले में वह हमेशा खेल के केंद्र में रहे थे. लेकिन उस मुकाबले के विपरीत क्रोएशिया का खिलाफ मैच मे मैसी का जादू बेअसर नजर आया और लुका मॉड्रिक और इवान राकटिक के सामने मिडफील्ड मे मेसी की चमक फीकी नजर आई.

अर्जेंटीना अब अपने आखिरी लीग मुकाबले में नाइजीरिया को मात देने के साथ-साथ बाकी टीमों के मुकाबलों के नतीजों का इंतजार भी करना होगा.

क्या VAR भी बनाएगा रिकॉर्ड!

इस वर्ल्ड कप में वीडियो रेफरल यानी वीएआर भी बेहद चर्चा में रहा है. गुरुवार को खेले गे एक मुकाबले में  ऑस्टिरेलिया के माइल जेडनेक ने डेनमार्क के खिलाफ वीएआर के जरिए ही पॉइंट हासिल किया और यह इस टूर्नामेंट का 11 वां पॉइंट था.

डेनमार्क की टीम अब तक के अपने दोनों मुकाबलों में वीएआर का शिकार बनी है और उसे दो पेनल्टी किक झेलनी पड़ी हैं. बहरहाल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 1-1 की बराबरी के बावजूद नमार्क की टीम नॉकआउट की दौड़ में बरकरार है.

नॉक-आउट में फ्रांस

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने पहले मुकाबले में जीत के बावजूद अपनी रणनीति के चलते ओलोचनाओं के घेरे में रही फ्रांस की टीम ने गुरुवार के अपने मुकाबले में उसे रणनीति को कायम रखा जिसने 2016 में फ्रांस को अपनी ही धरती पर यूरो कप के फाइनल में पहुंचाया था.

एंटनी ग्रजमेन और केलियन एमबापे ने फ्रांस के लिए जोरदार खेल दिखाया. एमबापे ने गोल दागकर अपनी टीम को नॉक आउट में पहुंचाया ही साथ ही वह वर्ल्ड कपम  अपनी टीम के लिए गोल दागने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने गए हैं.