मेक्सिको की टीम विश्व कप प्री क्वार्टर फाइनल में जब ब्राजील के खिलाफ उतरेगी तो इतिहास उसके पक्ष में नहीं होगा लेकिन टीम मौजूदा टूर्नामेंट में दिखा चुकी है कि वह बड़ी टीमों को हैरान करने में सक्षम है. मेक्सिको ने लगातार सातवीं बार विश्व कप प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है लेकिन टीम पिछले छह मौकों पर अंतिम 16 की बाधा को पार करने में विफल रही जिससे ‘पांचवें मैच’ में खेलना उसका बड़ा लक्ष्य बन गया है
मेक्सिको के कप्तान आंद्रेस गुआर्डेडो ने कहा, ‘पांचवें मैच में जगह बनाने के साथ इतिहास रचने से बड़ी कोई याद नहीं है. मानसिक रूप से हम अलग खिलाड़ी हैं लेकिन हम सभी को पता है कि हमें इस कसौटी पर परखा जाएगा कि हम आगे बढ़े या नहीं.’ मेक्सिको ने अंतिम 16 में कई करीबी मुकाबले गंवाए हैं. टीम 1994 में बुल्गारिया के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में हारी. टीम ने 1998 और 2006 में क्रमश: जर्मनी और अर्जेंटीना के खिलाफ बढ़त बनाने के बाद मैच गंवाया.
चार साल पहले अंतिम लम्हों में टीम ने दो गोल खाने के साथ मैच गंवा दिया. इस दौरान आर्येन रोबेन ने विवादास्पद पेनल्टी को गोल में बदलकर नैदरलैंड्स को अंतिम आठ में जगह दिलाई. वीडियो सहायक रैफरी (वीएआर) इस तरह की घटना को दोहराने से रोकने के लिए मौजूद है लेकिन गुआर्डेडो ने इटली के रैफरी जियानलुका रोची को चेताया है कि वह दुनिया के सबसे महंगे खिलाड़ी नेमार के झांसे में नहीं आएं.
गुआर्डेडो ने कहा कि नेमार को फाउल को बढ़ा चढ़कार पेश करने और मैदान पर बार बार गिरने के लिए जाना जाता है. दूसरी तरफ ब्राजील की टीम ने धीमी शुरुआत के बाद लय हासिल की है और मेक्सिको के लिए उसकी चुनौती से पार पाना आसान नहीं होगा. कोलंबियाई कोच युआन कार्लोस ओसोरिया के मार्गदर्शन में हालांकि मेक्सिको की टीम निडर खेल दिखा रही है और डरने की जगह विरोधी टीमों पर हावी होकर खेलने की कोशिश कर रही है. टीम ने अपने पहले ही मैच में विश्व चैंपियन जर्मनी को हराया जो इस हार से नहीं उबर पाई और 80 साल में पहली बार विश्व कप के पहले दौर से बाहर हो गई.