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FIFA World Cup 2018, Switzerland vs Sweden: स्विट्जरलैंड के पास है इतिहास रचने का मौका

मंगलवार कोक्वार्टरफाइनल में स्वीडन का स्विट्जरलैंड से मुकाबला शाम 07:30 बजे

FP Staff

स्विट्जरलैंड ने मौजूदा विश्व कप में अपने खिलाड़ियों के गोल का जश्न मनाने के विवादास्पद तरीके से सुर्खियां बटोरी हैं लेकिन रविवार को यहां टीम के पास प्री क्वार्टर फाइनल में स्वीडन के खिलाफ इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपने अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी करने का मौका होगा. व्लादिमीर पेतकोविच की टीम अगर सेंट पीटर्सबर्ग में स्वीडन को हरा देती है तो पिछले 64 साल में फुटबॉल की इस सबसे बडी़ प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली स्विट्जरलैंड की पहली टीम बन जाएगी.

अगर सर्बिया के खिलाफ टीम के खिलाड़ियों के ‘डबल ईगल’ जश्न को छोड़ दिया जाए तो टीम ने अब तक टूर्नामेंट में प्रभावित किया है. कप्तान स्टीफन लिचस्टेनर की अगुआई में टीम एकजुट रहने में सफल रही है जबकि वेलोन बेहरामी और जरदान शकीरी की बदौलत टीम ग्रुप ई से आगे बढ़ने में सफल रही जिसमें खिताब का प्रबल दावेदार ब्राजील भी शामिल था. स्विट्जरलैंड की टीम रूस में अब तक अजेय रही है और प्रत्येक मैच में टीम ने गोल दागा है. पिछले दो साल में टीम के प्रदर्शन में एकमात्र दाग पिछले साल अक्तूबर में पुर्तगाल के खिलाफ मिली हार है.


स्विट्जरलैंड की टीम ने पिछली बार 1954 में विश्व कप क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी जब देश 16 देशों के इस टूर्नामेंट की मेजबानी कर रही था. टीम हालांकि अंतिम आठ के मुकाबले में 3-0 की बढ़त बनाने के बावजूद आस्ट्रिया के खिलाफ 5-7 से हार गई थी. स्विट्जरलैंड को अगर अब इस प्रदर्शन की बराबरी करनी है तो स्वीडन की चुनौती से पार पाना होगा.

स्विट्जरलैंड के डिफेंस ने अब तक प्रभावित किया है लेकिन टीम स्वीडन के खिलाफ अपने मुख्य डिफेंडर लिचस्टेनर और फाबियान शाएर के बिना उतरेगी क्योंकि इन दोनों को लीग चरण के दौरान दो-दो यैलो कार्ड दिखाए गए. इन दोनों का अनुभव टीम के लिए काफी फायेमंद रहा है क्योंकि इन दोनों को टीम की ओर से मिलकर 150 से अधिक मैच खेलने का अनुभव है. सर्बिया के खिलाफ 2-1 की जीत के दौरान राजनीति से प्रेरित जश्न के लिए लिचस्टेनर के अलावा शकीरी और ग्रेनित जाका पर फीफा ने जुर्माना लगाया था. स्वीडन के खिलाफ मैच में लिचस्टेनर और शाएर के विकल्प के तौर पर योहन जोराउ और माइकल लैंग को उतारा जा सकता है।

स्वीडन और स्विट्जरलैंड की टीमें 2002 से आपस में नहीं भिड़ी है इसलिए ऐसा कोई संकेत नहीं है कि मंगलवार के मैच में किसी टीम का दबदबा रहने की संभावना है. स्विट्जरलैंड के पास हालांकि यह इतिहास रचने का मौका होगा.