बेल्जियम की टीम को सोमवार विश्व कप प्री क्वार्टर फाइनल में जापान से भिड़ना है और ऐसे में ड्राइस मर्टेन्स ने अपनी टीम को एशियाई टीम के खिलाफ आत्ममुग्धता से बचने के प्रति चेताया है. बेल्जियम की टीम विश्व कप में छिपा रुस्तम साबित हुई है और उम्मीद की जा रही है कि टीम नॉकआउट में आगे बढ़ने में सफल रहेगी. रोबर्टो मार्टिनेज की टीम ने अपने अंतिम ग्रुप मैच में इंग्लैंड को 1-0 से हराकर ग्रुप जी में शीर्ष स्थान हासिल किया जिसके बाद अब टीम को अंतिम 16 के मुकाबले में जापान से भिड़ना है. मर्टेन्स ने हालांकि अपनी टीम को चेताया है कि यूरो 2016 का क्वार्टर फाइनल नहीं दोहराया जाए जब बेल्जियम की टीम प्रबल दावेदार होने के बावजूद वेल्स के खिलाफ 1-3 से हार गई थी
मर्टेन्स ने कहा, ‘मुझे वेल्स के खिलाफ हुआ मैच याद है.’ उन्होंने कहा, ‘सभी को लग रहा था कि हम आगे बढ़ेंगे, कोई समस्या नहीं थी. और अचानक हम टूर्नामेंट से बाहर हो गए.’
मर्टेन्स ने कहा, ‘हम जापान को कमतर नहीं आंकने वाले क्योंकि उनकी टीम मजबूत है. अगर वे यहां तक आए हैं तो इसका मतलब है कि उनकी टीम अच्छी है.’ बेल्जियम ने इंग्लैंड के खिलाफ अंतिम ग्रुप मैच के लिए अपनी टीम में नौ बदलाव किए थे और उम्मीद की जा रही है कि मार्टिनेज एक बार फिर उसी शुरुआती एकादश के साथ उतर सकते हैं जिसने पनामा और ट्यूनीशिया के खिलाफ एकतरफा जीत के दौरान प्रभावित किया था. रूस में अब तक नौ गोल दाग चुकी बेल्जियम की टीम मौजूदा विश्व कप में सर्वाधिक गोल करने वाली टीम है.
स्ट्राइकर रोमेलू लुकाकु ग्रुप चरण में ट्यूनीशिया और पनामा के खिलाफ दो-दो गोल कर चुके हैं. टखने में चोट के कारण पिछले मैच में नहीं खेला मैनचेस्टर यूनाईटेड का यह स्टार जापान का सामना करने को तैयार है. मार्टिनेज के सभी खिलाड़ी फिट हैं और वह उम्मीद कर रहे होंगे कि बेल्जियम अपने अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार कर पाएगा. टीम 32 साल पहले मैक्सिको में 1986 में हुए टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंचने में सफल रही थी. इंग्लैंड के खिलाफ 76 मिनट खेले 32 साल के डिफेंडर थॉमस वेरमेलन पिछले महीने लगी जांघ की चोट से उबर चुके हैं. ग्रोइन की चोट से उबर चुके 32 साल के विन्सेंट कोंपानी को शुरुआती एकादश में जगह मिल सकती है.
इस बीच जापान की टीम पहली बार क्वार्टर फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रचने की कोशिश करेगी. जापान की टीम इससे पहले 2002 और 2010 में प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने में सफल रही लेकिन दोनों की मौकों पर हार गई.
जापान को अपने अंतिम ग्रुप मैच में पोलैंड के खिलाफ 0-1 से हार का सामना करना पड़ा था लेकिन सेनेगल से कम पीले कार्ड मिलने पर टीम ने प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई.