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FIFA World Cup 2018 : स्विट्जरलैंड के कोच ने कहा, राजनीति और फुटबॉल को कभी नहीं मिलाना चाहिए

सर्बिया पर जीत के बाद जश्न से खुश नहीं स्विस कोच व्लादीमिर पेतकोविच

AFP

स्विट्जरलैंड के कोच व्लादीमिर पेतकोविच ने सर्बिया पर मिली 2-1 की जीत के बाद दो खिलाड़ियों को जश्न मनाते हुए देखने के बाद कहा कि राजनीति और फुटबॉल को कभी नहीं मिलाना चाहिए. शेरडन शकीरी के अंतिम मिनट में किए गए विजयी गोल से टीम ने शानदार वापसी कर ग्रुप ई के मुकाबले में जीत दर्ज की. एलेक्सांद्र मितरोविच के गोल से सर्बिया ने बढ़त बना ली थी, लेकिन उसके लिए आर्सेनल के ग्रेनित शाका ने बराबरी गोल दागा था.

शकीरी और शाका दोनों का जन्मस्थल कोसोवो है जो सर्बिया का पूर्व प्रांत है. दोनों ने गोल करने के बाद हाथों से ‘डबल ईगल’ की भाव भंगिमा बनाई जो कोसोवो के ध्वज को दर्शाती है. पेतकोविच ने मैच के बाद कहा, ‘आपको राजनीति और फुटबॉल को कभी भी नहीं मिलाना चाहिए. प्रशंसक होना अच्छा है और सम्मान दिखाना अहम है. यह स्पष्ट है कि भावनाएं आ जाती हैं. लेकिन मुझे लगता है कि मैदान के अंदर और बाहर फुटबॉल से राजनीति को दूर रखना चाहिए और हमें इस पर खेल के लिहाज से ध्यान लगाना चाहिए जो लोगों को एक दूसरे के करीब लाता है.’


पहले हाफ में पिछड़ने के बाद शानदार वापसी करते हुए स्विट्जरलैंड ने सर्बिया को 2-1 से हराकर नॉकआउट में अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा हैं.सर्बिया ने मुकाबले के शुरुआती पांच मिनट में ही गोल करके विपक्षी टीम पर दबाव बना दिया था, लेकिन दूसरे हाफ में स्विट्जरलैंड के शाका और शकीरी ने मैच का पासा ही पलट दिया. पहले हाफ तक जो टीम मजबूत नजर आ रही थी, दूसरे हाफ में वह बेबस सी नजर आने लगी.

शाका और शकीरी की जोड़ी ने मिलकर सर्बिया के इतिहास रचने की उम्मीदों को फिलहाल मुश्किल कर दिया है. सर्बिया अगर इस मुकाबले को अपने नाम कर लेती तो वह नॉकआउट में प्रवेश कर लेती और इसी के साथ स्वतंत्र देश के रूप में विश्व कप के नॉकआउट में प्रवेश कर सर्बिया की यह टीम इतिहास में एक नया अध्याय लिख देती, लेकिन अब उसे इसके लिए एक जीत का इंतजार करना करने के साथ ही ग्रुप की बाकी टीमों पर निर्भर रहना पड़ेगा.