फीफा वर्ल्ड कप का मंच अब अपने आखिरी शो के लिए तैयार है. अगले चार साल तक कौन सी टीम वर्ल्ड चैंपियन के रुतबे के साथ खेलेगी यह तय होने में अब महज तीन दिन का वक्त बचा है. 1998 की वर्ल्ड चैंपियन फ्रांस तो पहले ही बेल्जयम को मात देकर फाइनल में अपनी जगह पुख्ता कर चुकी थी लेकिन बुधवार रात क्रोएशिया ने सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 2-1 से मात देकर फाइनल मुकाबले से पहले ही ऐसा कारनामा कर दिया जिसकी चर्चा फुटबॉल के इतिहास में हमेशा होती रहेगी.
1966 के बाद पहली बार फीफा वर्ल्ड कप जीतने का सपना पाल रही इंग्लिश टीम पर क्रोएशिया की इस सनसनीखेज जीत में ऐसे कई रिकॉर्ड बने हैं जो खेल प्रेमियों को चौंका सकते हैं.
क्यों खास है यह जीत
महज 44 लाख की आबादी वाला देश क्रोएशिया की टीम पिछले 66 साल में दुनिया सबसे कम आबादी वाले देश की टीम है जो वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है. 1950 में उरुग्वे के वर्ल्ड कप जीतने के बाद क्रोएशिया ही दुनिया की सबसे छोटी टीम है जिसे फाइनल में पहुचने का रुतबा हासिल हुआ है.
197 देशों के संगठन संयुक्त राष्ट्र संघ से भी ज्यादा सदस्य देशों की संख्या वाले फीफा के वर्ल्ड कप के फाइनल में महज 44 लाख की आबादी वाले इस देश की टीम का फाइनल में पहुंचना अपने आप में बेहद अनौखा है.
यही नहीं रैंकिंग के हिसाब से भी क्रोएशिया की टीम सबसे कम रैंकिंग(20) के साथ फाइनल में पहुंचने वाली टीम बनी है.
इसी के साथ क्रोएशिया दुनिया का ऐसी पहली टीम भी बन गई है जो सेमीफाइनल मुकाबले में 0-1 से पिछड़ने के बाद जीत हासिल करके फाइनल में पहुंची है.
नाइजीरिया, अर्जेंटीना और आइसलैंड जैसे कड़ी टीमों को मात देकर ‘ग्रुप ऑफ डेथ’ माने जा रहे ग्रुप डी से क्रएशिया ने नॉक आउट राउंड में फाइनल के सफर तक का हर मुकाबला एक्स्ट्रा टाइम में तय किया है.
प्री क्वार्टर फाइनल में बेल्जियम को और क्वार्टर फाइनल में मेजबान रूस को एक्स्ट्रा टाइम के बाद पेनल्टी शूट आउट में मात देकर क्रोएशिया इंग्लैंड के सामने थी. एक और खास बात यह है कि क्रोएशिया ने नॉक आउट राउंड का हर मुकाबला पिछड़ने के बाद जीता है. यह बातें क्रोएशिया के इस वर्ल्ड कप के सफर को और सुनहरा तो बनाती ही हैं साथ इसके खिलाड़ियों के दमखम और जज्बे की गवाही भी देती है.
20 साल पहले भी दिखा था जलवा
यह कोई पहली बार नही है क्रोएशिया ने पूरी दुनिया को अपनी ताकत का अहसास कराया हो. 20 साल पहले फ्रांस में आयोजित हुए फीफा वर्ल्ड कप में भी क्रोएशिया के हुनर का मुजाहिरा हुआ था, अलग देश बनकर अपना पहला वर्ल्ड कप खेल रही क्रोएशिया ने 1998 में सेमी फाइनल तक का सफर तय किया था.
क्वार्टर फाइनल में जर्मनी जैसे फुटबॉल के पावर हाउस कहे जाने वाले देश को 3-0 से मात देकर फुटबॉल के नक्शे पर अपनी छाप छोड़ी थी.
1998 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में मेजबान फ्रांस ने क्रोएशिया को 2-1 मात दी
थी और फिर खिताब भी जीता था लेकिन क्रोएशिया के खिलाड़ी पूरी दुनिया का दिल जीतने में कामयाब रहे थे.
20 साल बाद अब एक बार फिर से फीफा वर्ल्ड कप में क्रोएशिया के सामने फ्रांस की चुनौती है और मौका उससे भी बड़ा यानी फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल है. अब देखना होगा कि क्या यूरोप के इस छोटे से देश की यह टीम 20 साल पहले की उस हार का बदला लेकर 211 सदस्य टीमों वाली संस्था फीफा का वर्ल्ड कप जीतने वाली 9वीं टीम बन पाती है या नही.