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FIFA World Cup 2018: जानिए विश्व कप की ये 16 टीमें कैसे पहुंची यहां तक

क्रोएशिया में ग्रुप में शीर्ष पर रहकर आसानी से तो अर्जेंटीना ने संघर्ष करके नॉकआउट में पहुंची

AFP

फीफा विश्व कप के इस सीजन ने आधा सफर तय कर लिया है और 32 में से 16 टीमें नॉकआउट में प्रवेश कर लिया है, किसी टीम ने आसानी से तो किसी के काफी संघर्ष करके नॉकआउट में प्रवेश किया. जानिए उन 16 टीमों की कहानी...

1. क्रोएशिया


विश्वकप में ग्रुप आॅफ डेथ माने जाने वाले समूह से अर्जेंटीना जैसी टीम को हराने के साथ अपने तीनों मैच जीतकर ग्रुप में शीर्ष पर रहे. लूका मोडरिक निश्चित तौर पर अभी तक प्लेयर आॅफ द टूर्नामेंट रहे हैं.

2. बेल्जियम

पनामा और ट्यूनिशिया के बाद इंग्लैंड पर जीत दर्ज की, यहां तक कि आखिरी मैच में वे दूसरे दर्जे की टीम के साथ खेले. रोमेलू लुकाकू और ईडन हाजार्ड दोनों आक्रामक खेल रहे हैं.

3. उरुग्वे

सबसे ज्यादा अंकों के साथ नॉकआउट के लिए क्वालीफाई किया, ग्रुप ए से बिना किसी का ध्यान आकर्षित किए अगले दौर में पहुंच गए. डिएगो गोडिन के नेतृत्व में इस टीम के खिलाफ अब तक एक भी गोल नहीं हुआ है. सुआरेज और कावानी अब तक तीन गोल कर चुके हैं.

4. ब्राजील

नेमार का अभिनय बहुत ज्यादा आकर्षक नहीं था लेकिन यह स्ट्राइकर हर मैच के साथ तेज तर्रार हो रहा है। उनके फिटनेस हासिल करने के साथ कॉटिन्हो और पॉलिन्हो ने आक्रमण में खालीपन को भर दिया है. हालांकि मार्सेलो की चोट चिंता की बात है.

5. इंग्लैंड

यह युवा टीम कम अपेक्षाओं के साथ आई लेकिन ट्यूनिशिया के खिलाफ जीत के बाद पनामा पर उन्होंने 6-1 से धमाकेदार जीत दर्ज की. हैरी केन गोल्डन बूट की दौड़ में शामिल हैं और इंग्लैंड आत्मविश्वास से भरी है.

6. स्वीडन

किसी को उम्मीद नहीं थी कि स्वीडन दूसरे दौर में प्रवेश कर जाएगा, जबकि उसने ग्रुप में शीर्ष रहा. जर्मनी के खिलाफ सिर्फ टोनी क्रूस के 95वें मिनट में किए गए गोल ने उनका अजय रिकॉर्ड तोड़ दिया. इब्राहिमोविच की अनुपस्थिति में वे ज्यादा अनुशासित और जोश से भरे दिख रहे हैं.

7. स्पेन

विश्व कप से दो दिन पहले ही कोच जूलेन लोपेतेगुई को बर्खास्त कर दिया गया। अभी तक स्पेन का अभियान मिलाजुला रहा है. पुर्तगाल के खिलाफ उनका डिफेंस कमजोर रहा, जो चिंता की बात है.

8. पुर्तगाल

अब तक रोनाल्डो चार गोल कर चुके हैं। यूरो 2016 की तरह इस बार भी वह अपनी टीम को आगे तक ले जा सकते हैं. लेकिन अगर यह स्टार खिलाड़ी फॉर्म में नहीं रहा, तो पुर्तगाल को मुश्किल हो सकती है.

9. कोलंबिया

जापान के खिलाफ पहले ही मुकाबले में तीसरे मिनट में कार्लोस सांचेज को बाहर कर दिया गया, जिससे छिपी रुस्तम मानी जा रही इस टीम को हार झेलनी पड़ी. पोलैंड के खिलाफ जेम्स रोर्डिगेज शानदार खेल रहे थे, लेकिन वह सेनेगल के खिलाफ चोटिल हो गए. उनकी अनुपस्थिति बड़ा झटका साबित हो सकती है.

10. मेक्सिको

स्वीडन के खिलाफ हार से उनकी उम्मीदों को थोड़ा झटका लगा है। लेकिन अपने शुरुआती मैचों में इस टीम ने दिखा दिया है कि वे असली खतरा पैदा कर सकते हैं. उन्होंने जर्मनी को 1-0 से हराया, लेकिन हिरविंग लोजानो के नेतृत्व में इस टीम को कम से कम 4-5 गोल करने चाहिए थे.

11. फ्रांस

भले ही वे अभी तक एक भी मैच नहीं हारे हैं, लेकिन इस टीम ने अभी तक निराश ही किया है. कोच डिडिएर डेसचैंप्स अभी भी अपनी टीम का सर्वश्रेष्ठ उपयोग नहीं कर पा रहे हैं. फ्रांस को अभी कई सवालों का जवाब देना है.

12. रूस

शानदार शुरुआत, बीच में मजबूत रहे, लेकिन अंत निराशाजनक रहा। सउदी और मिस्र को हराने के बाद उरुग्वे ने उन्हें आइना दिखा दिया. मगर मेजबान टीम ने अपने आलोचकों को गलत साबित कर दिया है.

13. स्विट्जरलैंड

विवाद और निलंबन के खतरे से इस टीम का ध्यान भटका है. सर्बिया के खिलाफ जश्न मनाने के तरीके के बाद उपजे राजनीतिक विवाद के बावजूद ग्रैनिट शाका और शकीरी सजा से बच गए.

14. डेनमार्क

डेनमार्क ने फ्रांस को गोलरहित ड्रॉ पर रोक लिया और क्रिस्टियन एरिकसन लगातार खुद को एक बेहतरीन खिलाड़ी के रूप में साबित कर रहे हैं.

15. जापान

दूसरे दौर में जगह बनाने वाला जापान भाग्यशाली भी रहा. जापान ने कोलंबिया के खिलाफ जीत के साथ ग्रुप में चार अंक हासिल किए. फेयर प्ले के अंकों के दम पर जापान सेनेगल को पीछे छोड़कर दूसरे दौर में पहुंच गया. कमजोर डिफेंस उनके लिए चिंता का विषय है.

16. अर्जेंटीना

बाहर होने की कगार पर पहुंचने के बाद दूसरे दौर में क्वालीफाई किया.

विश्व कप में पहली बार उतरी आइसलैंड ने अर्जेंटीना को ड्रॉ पर रोक दिया, क्रोएशिया के खिलाफ अर्जेंटीना को हार का सामना करना पड़ा, वहीं नाइजीरिया के खिलाफ भी जीत के लिए मेसी की टीम को संघर्ष करना पड़ा और आखिरी के चार मिनट में अर्जेंटीना के जीत हासिल की.