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FIFA World Cup 2018: सेनेगल ने दोहराया 2002 का इतिहास तो बदले कोच से जापान में आया दम, छठे दिन छाईं रही ये खबरें

छठे दिन जापान ने कोलंबिया को मात दी वहीं रूस ने इजिप्ट को हराकर घरेलू दर्शकों को एक और जश्न मनाने का मौका दिया

AFP

फीफा वर्ल्ड कप के छठे दिन तीन मुकाबलें खेले गए. पहले मुकाबलें जहां जापान ने कोलंबिया को मात दी वहीं रूस ने इजिप्ट को हराकर घरेलू दर्शकों को एक और जश्न मनाने का मौका दिया. जानिए छठें दिन वर्ल्ड कप में छाईं कौन सी खूबरें

रूस ने प्रदर्शन से आलोचकों को दिया जवाब


वर्ल्ड कप के शुरू होते ही लोगों ने इस बात के कयास लगाए थे की मेजबान रूस वर्ल्ड कप के पहले स्टेज को भी पार नहीं कर पाएगी. रूस के कोच ने तब अपनी टीम को मीडिया की आलोचनाओं को नजरअंदाज करके खेल पर ध्यान लगाने को कहा था. टीम ने आठ महीने में कोई जीत हासिल की थी और रैंकिंग में 70वें स्थान पर खिसक गई थी. रूस की टीम ने फील्ड पर पिछले दो मैच में सानदार खेलकर दिखाकर आलोचकों के मुंह बंद कर दिए है. पहले सऊदी अरब को 5-0 से मात दी और इसके बाद मंगलवार को उन्होंने इजिप्ट को 3-1 से हराकर नॉकआउट में जगह लगभग तय कर ली है.

बदले कोच -बदली किस्मत

फुटबॉल में कोच की भुमिका को बेहद अहम माना जाता है. इस वर्ल्ड कप में टीमों ने बताया कि किस तरह फील्ड के बाहर मची उथप-पुथल के बावजूद खिलाड़ी मैदान पर प्रदर्शन करते हैं. पुर्तगाल के खिलाफ अपने पहले मैच से 48 घंटे पहले स्पेन के कोच जुलेन लोपतेगुई को च पद से हटा दिया गया था इसके बाद फरनेनडो को ये पद दिया गया. इसेक बावजूद टीम ने स्ट्राइकर रोनाल्डों की टीम के साथ 3-3 से ड्रॉ खेला

लंबे समय से अपने कोच वाहिद हालीहोदजिक को अप्रैल में कोच के पद से हटाकर अकिरा निशहीनो को टीम की कमान दी गई. जापान की टीम ने मंगलवार को यह साबित किया कि कोच बदलते ही उनके प्रदर्शन में भी सुधार हो गया. टीम ने मंगलवार को कोलंबिया पर 2-1 की जीत के साथ खुद को साबित किया. जापान किसी साउथ अमेरिका टीम को हराने वाली पहली एशियाई टीम बन गई है.

साल 2002 का इतिहास दोहराती सेनेगल

साल 2002 के अपने इतिहास को दोहराती सेनेगल की टीम ने मंगलवार को पौलेंड को 2-1 से हराया. इसके साथ वर्ल्ड कप 2018 में वह जीत हासिल करने वाली पहली अफ्रीकन टीम बन गई. साल 2002 में सेनेगल ने पहली बार वर्ळ्ड कप के लिए क्वालिफाई किया था. इसके बाद अपने पहले मैच में उसने फैंस को हैरान करते हुए फ्रांस को 1-0 से हराया था और क्वार्टरफाइनल मे जगह पक्की की थी.

अफ्रीका से क्वालिफाई करने वाली बाकी टीमें अब भी जीत के लिए जूझ रही है. साल 2002 में भी ट्यूनीशिया, कैमरून नाइजीरिया और साउथ अफ्रीका पहले ही स्टेज से बाहर हो गई थी. उम्मीद है इस बार भी सेनेगल इस इतिहास को दोहराने में कामयाब रहेगी.