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FIFA World Cup 2018, Colombia vs Japan : जापान ने दस खिलाड़ियों से खेल रहे कोलंबिया को चौंकाया

यूया ओसाको के गोल से जापान ने कोलंबिया को 2-1 से पराजित किया

FP Staff

युया ओसाको के गोल की मदद से जापान ने फीफा विश्व कप में कोलंबिया को 2 - 1 से हरा दिया और टूर्नामेंट में किसी दक्षिण अमेरिकी टीम को हराने वाली पहली एशियाई टीम बन गई. ओसाको ने 73वें मिनट में विजयी गोल दागा. इसके साथ ही जापान ने ब्राजील में 2014 में हुए विश्व कप में कोलंबिया के हाथों ग्रुप चरण में 4-1 से मिली हार का बदला भी चुकता कर लिया. कोलंबिया ने 86 मिनट तक दस खिलाड़ियों के साथ खेला.

मैच की 10 महत्वपूर्ण बातें


चार साल पहले एक भी मैच नहीं जीत सकी जापानी टीम की शुरुआत बेहतरीन रही, जबकि मुख्य कोच अकिरा निशिनो की नियुक्ति अप्रैल में ही की गई थी. ग्रुप एच के इस मुकाबले में आक्रामक शुरुआत देखने को मिली.

कोलंबिया के डिफेंडर कार्लोस सांचेज को इस विश्व कप का पहला रेड कार्ड चौथे ही मिनट में मिला. सांचेज को जापान के पहले हमले पर ओसाको को हाथ उठाकर बाधा पहुंचाने के लिए ये सजा मिली. विश्व कप के इतिहास में यह दूसरा सबसे तेज रेड कार्ड था. इससे पहले मेक्सिको में 1986 विश्व कप में स्कॉटलैंड के खिलाफ उरूग्वे के जोस बतिस्ता को 52वें सेकंड में ही रेड कार्ड मिल गया था.

कार्लोस सांचेज की गलती पर जापान को पेनल्टी मिली. शिंजी कगावा के छठे मिनट में पेनल्टी पर किए गोल की मदद से जापान ने बढ़त बना ली. जापान के लिए मैच की शुरुआत सनसनीखेज रही. मजबूत टीम के खिलाफ छठे मिनट में 1-0 से बढ़त मिलना किसी सपने से कम नहीं था.

एक गोल से पिछड़ने के बाद रदामेल फालकाओ को अपना पहला विश्व कप गोल करने का बढ़िया मौका मिला था जिससे कोलंबिया स्कोर 1-1 से बराबर कर सकता था. लेकिन वह गेंद सीधे गोलकीपर कावाशिमा के हाथों में मार बैठे.

करीब 19वें मिनट में जापान के शिनजी कागावा एक और गोल करने के करीब पहुंच गए थे. लेकिन वह अपना शॉट गोल पोस्ट से दूर मार बैठे. पहला गोल जापान के करने के बाद मैच वाकई काफी रोमांचक हो गया.

कोलंबिया बराबरी के लिए हर संभव प्रयास कर रहा था. 32वें मिनट में हुआन कुआड्राडो को लेफ्ट फ्लैंक से अच्छा क्रास मिला, लेकिन उसे जापान के जनरल शोजी ने रोक दिया. लेकिन उसे लगातार प्रयास करने का लाभ मिला. हुआन क्विंतेरो ने 39वें मिनट में फ्री किक पर कोलंबिया के लिए बराबरी का गोल दाग दिया.

हुआन क्विंतेरो ने फ्रि किक पर नीचा शॉट लगाया जो उड़ता हुआ पोस्ट के बगल से गोल में घुस गया. हालांकि गोलकीपर कावाशिमा ने गेंद पकड़ ली थी, लेकिन वो गोल के अंदर चली गई थी. इसे लेकर थोड़ी देर असमंजस बना रहा, बाद में गोल करार दिया गया.

हुआन क्विंतेरो का अहम समय में दागा गया बराबरी का गोल कोलंबियाई फैंस लंबे समय कर याद रखेंगे. 25 वर्षीय क्विंतेरो पहले भी फीफा टूर्नामेंट में अपना जलवा दिखा चुके हैं. 2013 में उन्होंने फीफा अंडर 20 विश्व कप में अपना दमदार खेल दिखाया था

हुआन क्विंतेरो की जगह 59वें मिनट में उसके स्टार खिलाड़ी हामेज रोड्रिगेज को उतारा गया है. उनके मैदान पर आते ही दर्शकों में उल्लास की लहर छा गई. पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव से परेशान रोड्रिगेज को आज शुरुआती लाइनअप में नहीं रखा गया था. पिछले विश्व कप में सर्वाधिक गोल करने वाले रोड्रिगेज ने आखिरी आधे घंटे खेले, लेकिन गोल नहीं कर सके.

दूसरे हाफ में गेंद पर ज्यादातर समय जापान का कब्जा रहा. इसी का उसे फायदा मिला. 73वें मिनट में पेनल्टी एरिया में बने एक मूव पर यूया ओसाको गेंद को अपने संतुलित हेडर से गेंद गोल में डालने में सफल रहे. इस गोल के साथ ही मैदान पर भारी तादाद में जुटे कोलंबियाई समर्थकों को मानों सांप सूंघ गया.