विश्व कप अब जबकि अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है तब इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन गोल्डन बूट की दौड़ में सबसे आगे बने हुए हैं. लेकिन बेल्जियम के रोमेलु लुकाकू अगले दो मैचों में अच्छा प्रदर्शन करके यह प्रतिष्ठित पुरस्कार हासिल कर सकते हैं. विश्व कप में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी को गोल्डन बूट का पुरस्कार मिलता है.
हैरी केन ने अब तक छह गोल किए हैं, जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी लुकाकू के नाम पर चार गोल दर्ज हैं. इन दोनों खिलाड़ियों को अब दो-दो मैच खेलने को मिलेंगे और ऐसे में सेमीफाइनल के दौरान टीमों के प्रदर्शन के अलावा केन और लुकाकू पर भी निगाह लगी रहेगी. लुकाकू के अलावा रूस के डेनिस चेरिसेव और पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने भी विश्व कप 2018 में चार-चार गोल किए, लेकिन उनकी टीमें खिताब की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं.
एम्बाप्पे और ग्रीजमैन के नाम तीन-तीन गोल
इनके अलावा छह खिलाड़ियों ने तीन-तीन गोल किए हैं. इनमें फ्रांस के किलियन एम्बाप्पे और एंटोनी ग्रीजमैन भी शामिल हैं. फ्रांस जब दस जुलाई को पहले सेमीफाइनल में बेल्जियम से भिड़ेगा तो लुकाकू के अलावा इन दोनों फुटबॉलरों का गोल उन्हें गोल्डन बूट के करीब ले जा सकता है. जिन अन्य खिलाड़ियों के नाम पर तीन-तीन गोल दर्ज हैं उनमें रूस के आर्टम दिजुबा, उरूग्वे के एडिनसन कवानी, स्पेन के डिएगो कोस्टा और कोलंबिया के येरी मिना शामिल हैं. ये सभी टीमें विश्व कप से विदा हो चुकी हैं.
गोल्डन बूट पर केन का दावा सबसे मजबूत
फिलहाल केन का दावा गोल्डन बूट पर सबसे मजबूत है. इंग्लैंड 11 जुलाई को क्रोएशिया के खिलाफ दूसरा सेमीफाइनल खेलेगा और केन इस मैच में स्कोर करके अपने करीबी प्रतिद्वंद्वियों से गोल अंतर बढ़ाना चाहेंगे. अगर केन गोल्डन बूट हासिल करते हैं तो यह दूसरा अवसर होगा, जबकि इंग्लैंड का कोई खिलाड़ी यह पुरस्कार पाएगा. उनसे पहले 1986 में मेक्सिको में खेले गये विश्व कप में गैरी लिनेकर ने सर्वाधिक छह गोल करके गोल्डन बूट (तब गोल्डन शू) हासिल किया था.
लुकाकू बन सकते हैं ये सम्मान हासिल करने वाले अपने देश के पहले खिलाड़ी
बेल्जियम के किसी भी खिलाड़ी ने अभी तक गोल्डन बूट हासिल नहीं किया है और अगर लुकाकू यह सम्मान हासिल करते हैं तो वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले अपने देश के पहले खिलाड़ी होंगे. जहां तक फ्रांस का सवाल है तो उसके दिग्गज फुटबॉलर जस्ट फोंटेन ने 1958 स्वीडन विश्व कप में 13 गोल करके नया रिकॉर्ड बनाकर गोल्डन बूट हासिल किया था. किसी एक विश्व कप में सर्वाधिक गोल करने का यह अब भी रिकॉर्ड है.