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FIFA World Cup 2018, Brazil v Belgium : पांच बार के विश्व चैंपियन ब्राजील का बोरिया बिस्तर बांधा बेल्जियम ने

रोमांचक क्वार्टर फाइनल मुकाबले में ब्राजील को 2-1 से शिकस्त देकर 1986 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा है बेल्जियम

FP Staff

बेल्जियम ने शुक्रवार देर रात खेले गए फीफा विश्व कप के एक रोमांचक क्वार्टर फाइनल मुकाबले में पांच बार की विजेता ब्राजील को 2-1 से शिकस्त दी. इस जीत के साथ ही बेल्जियम ने पहली बार विश्व कप का खिताब जीतने के अपने सपने को जिंदा रखा है. इस हार के साथ ही पांच बार की चैंपियन ब्राजील का छठा विश्व कप जीतने का सपना भी टूट गया. बेल्जियम ने फर्नांडिनियो फ्रेड के 13वें मिनट में किए गए आत्मघाती गोल से खाता खोला जबकि केविन डि ब्रूइन ने 31वें मिनट में दर्शनीय गोल करके उसकी बढ़त दोगुनी कर दी. ब्राजील की तरफ से स्थानापन्न रेनाटो ऑगस्टो ने 76वें मिनट में गोल किया.

बेल्जियम 1986 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा है. जहां उनका मुकाबला फ्रांस से होगा. बेल्जियम दूसरी बार सेमीफाइनल में पहुंचा है. बेल्जियम इससे पहले 1986 में मेक्सिको में हुए विश्व कप के सेमीफाइनल में पहुंचा था. जहां उसे अर्जेटीना से 0-2 से हार का सामना करना पड़ा था. ब्राजील की हार के साथ ही यह भी तय हो गया कि विश्व कप चैंपियन कोई यूरोपीय टीम ही बनेगी. दो अन्य क्वार्टर फाइनल स्वीडन और इंग्लैंड तथा मेजबान रूस और क्रोएशिया के बीच खेले जाएंगे. ब्राजील लगातार चौथी बार किसी यूरोपीय टीम से हारकर विश्व कप से बाहर हुआ है.


मैच की महत्वपूर्ण बातें

ब्राजील ने शुरू में ही गोल करने का मौका गंवाया. खेल के आठवें मिनट में नेमार की कॉर्नर किक पर गोल मुख के पास खड़े थिएगो सिल्वा आसानी से गोल कर सकते थे, लेकिन उनका ढीला शॉट गोल पोस्ट से टकरा गया. आखिर तक ऐसे कुछ मौके चूकने का आखिर में टीटे की टीम को हार के रूप में खामियाजा भुगतना पड़ा.

बेल्जियम ने 13वें मिनट में फर्नांडिनियो फ्रेड के आत्मघाती गोल से बढ़त बना ली. केविन डि ब्रूइन की कॉर्नर किक को विंसेंट कोम्पानी ने गोल मुख के पास से गोल की तरफ बढ़ाया, लेकिन वह फर्नांडिनियो से टकराकर अंदर गई और इस तरह से यह विश्व कप 2018 का 11वां आत्मघाती गोल बन गया.

डि ब्रूइन का गोल हालांकि खूबसूरत था. ब्राजील जब लगातार हमले कर रहा था तब बेल्जियम ने जवाबी हमला बोला. इस गोल की शुरुआत मारूआने फेलानी ने की, लेकिन उसे ब्राजीली गोल के करीब तक पहुंचाने का श्रेय रोमेलू लुकाकू को जाता है. लुकाकू ने लगभग आधा मैदान नापकर डि ब्रूइन को गेंद थमाई, जिनके करारे शॉट का एलिसन के पास कोई जवाब नहीं था.

ब्राजील अब गोल के लिए बेताब हो गया था. मार्सेलो और नेमार ने प्रयास भी किए लेकिन वे बेल्जियम के गोलकीपर थिबॉट कटरेआ को छकाने में नाकाम रहे. दूसरी तरफ डि ब्रूइन को 40वें मिनट में दूसरा गोल करने का मौका मिला, लेकिन उनकी फ्री किक को एलिसन ने एक हाथ से बाहर का रास्ता दिखा दिया.

ब्राजील ने दूसरे हाफ के शुरू से ही मौके बनाने पर ध्यान दिया, लेकिन वह उन्हें नहीं भुना पाया. इस बीच उसकी कलात्मक फुटबॉल का नजारा भी दिखा. खेल के 50वें मिनट में रॉबर्टो फर्मिनो ने मार्सेलो के पास को गोल की तरफ बढ़ाया लेकिन वहां पर थिबॉट कटरेआ दीवार की तरह खड़े थे.

गैब्रियल जीसस का पेनल्टी बॉक्स के अंदर जान वेट्रोनगन को छकाना और फिर कोम्पानी का टैकल करना. रेफरी ने ब्राजील को पेनल्टी देने के लिए वीएआर का सहारा लिया और फैसला बेल्जियम के पक्ष में गया.

खेल रोमांच की पराकाष्ठा पर पहुंच गया था. ब्राजील आक्रमण पर था तो बेल्जियम जवाबी हमले करता रहा. खेल के 62वें मिनट में इडेन हेजार्ड का शॉट अगर मामूली अंतर से बाहर नहीं निकलता तो स्कोर 3-0 हो जाता. इसके बाद थिबॉट कटरेआ ने आठ मिनट के अंदर दो अवसरों पर स्थानापन्न डगलस कोस्टा के शॉट रोककर बेल्जियम पर से खतरा टाला.

थिबॉट कटरेआ को आखिर में रेनाटो ऑगस्टो छकाने में सफल रहे जिन्होंने खेल के 76वें मिनट में फिलिप कोटीनियो के क्रास पर गोल करके ब्राजीली समर्थकों में थोड़ी उम्मीद जगाई.

बेल्जियम ने हालांकि अपनी पूरी ताकत गोल बचाने में लगा दी और आखिर में ब्राजीली टीम को क्वार्टर फाइनल से विदाई लेनी पड़ी.