पिछली बार विश्व कप में ब्राजील को भी उम्मीद नहीं थी कि उन्हें एक ऐसी याद मिलेगी, जिसे भूलना उनके लिए नामुमकिन होगा और वह पल था, सेमीफाइनल में जर्मनी के हाथों मिली 1-7 की हार. इस शर्मनाक हार को आज तक ब्राजील की टीम और कोच टिटे नहीं भूले हैं और अगर टीम इसे भूलने की कोशिश भी करे तो उनके अपने ही प्रशसंक उन्हें इस हार को याद दिलाते रहेंगे. चार साल पुरानी उस हार को एक बार प्रशंसकों ने टीम को याद दिलाते हुए उनकी दुखती रग पर हाथ रख दिया. जब ब्राजील की टीम अभ्यास सत्र से लौट रही थी तो स्टेडियम में मौजूद प्रशंसकों ने 7-1 चिल्लाना शुरू कर दिया. सबसे शर्मनाक हार की यादों को एक बार फिर ताजा होने में टीम को ज्यादा देर नहीं लगी, खासकर उन छह खिलाड़ियों को, जो उस समय टीम का हिस्सा थे.
कोच टिटे ने सितंबर 2016 में टीम में काफी बदलाव किए थे और पांच बार की विश्व कप विजेता टीम एक बार फिर खिताब की प्रबल दावेदार है. मैदान पर ये नारे सुनने के बाद चार बार के विश्व कप विजेता (दो बार बतौर खिलाड़ी और दो बार बतौर कोच) मारियो जागालो ने कहा कि इस अपमान से ब्राजील की टीम मजबूत होकर उभरेगी. उन्होंने कहा कि यह 7-1 हमेशा गूंजता रहेगा, लेकिन टिटे और नेमार ने उम्मीदें जगाई हैं. चार साल पहले हमारे पास सर्वश्रेष्ठ टीम नहीं थी, लेकिन अब हालात कुछ और हैं. आधुनिक और अनुशासित रणनीतिकार टिटे ने ब्राजील में फिर जीत का आत्मविश्वास भरा है और विश्व कप के लिए क्वालीफाई करने वाली वह पहली टीम बनी.