दुनिया के दिग्गज फुटबॉलर्स पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो और अर्जेंटीना के लियोनल मेसी का यह लगभग आखिरी विश्व कप है और दोनों ही टीमों को लक्ष्य अपनी कप्तानी में देश को विश्व कप दिलाना है. मेसी की अर्जेंटीना टीम 2014 में अपने इस गोल यानी लक्ष्य से चूक गई थी. खिताब के काफी करीब पहुंच कर जर्मनी के हाथों फाइनल में हार गई थी, लेकिन चार साल बाद एक बार टीम के पास मौका है उस 2014 के उस अधूरे लक्ष्य को पूरा करने का. पुर्तगाल की टीम भी इसी ओर बढ़ रही है और दोनों टीमों के कप्तान अपने विश्व कप के गोल को हासिल करने में जुटे हैं. रोनाल्डो ने तो स्पेन के खिलाफ इस विश्व कप में अपने पहले मैच में भी हैट्रिक लगाकर अपने इरादे और लक्ष्य को साफ कर दिया है, लेकिन मेसी का क्या? इस विश्व के पहले ही मैच में सबसे कमजोर टीम आइसलैंड के खिलाफ विजयी पेनल्टी गंवाने के बाद ड्रॉ खेला.
मेसी की मजबूत अर्जेंटीना से सभी को उम्मीद थी कि विश्व कप में अपना पर्दापण मुकाबला खेल रही आइसलैंड के खिलाफ एक बड़ी जीत मिलेगी, लेकिन परिणाम कुछ और ही निकला. मुकाबला 1-1 से ड्रॉ रहा. हालांकि अर्जेंटीना के पास जीत का सबसे बड़ा मौका भी आया था, लेकिन कप्तान मेसी वहां चूक गए और मुकाबले ने अपनी दिशा बदल ही दी. वैसे तो इस मुकाबले में मेसी कभी फ्री किक पर असफल रहे तो कभी कॉर्नर पर , लेकिन गोल करने का सबसे आसान तरीका पेनल्टी किक पर भी वह असफल रहे और इस एक पेनल्टी किक ने उनकी टीम से जीत के तीन अंक भी छीन लिए.
आइसलैंड के खिलाफ एक अहम पेनल्टी गंवाने के साथ ही कई सवाल भी खड़े हो गए हैं.
64वें मिनट में मेसी टीम को जीत दिलाने में फिसले
अर्जेंटीना ने 19वें मिनट में ही गोल करके आक्रामकता दिखा दी. सर्गियो अगुएरो ने गोल किया, लेकिन इस गोल के चार मिनट बाद ही 23वें मिनट में फिनबोगसन ने गिल्फी सिगुर्डसन के लो क्रॉस शॉट के पास पर नियत्रंण बनाते हुए छह गज से गेंद को सीधा लक्ष्य तक पहुंचा दिया और इसी के साथ उन्होंने स्कोर भी बराबर कर दिया. इस गोल के बाद दोनों टीमें पहले हाफ के बचे हुए समय में बढ़त बनाने के लिए संघर्ष करती रही. दूसरे हाफ के शुरुआती समय में भी दोनों टीमों के बीच संघर्ष देखा गया और ऐसे में 64वें मिनट पर अर्जेंटीना को बढ़त बनाने का सुनहरा मौका मिला.
अर्जेंटीना को पेनलटी किक मिली और कप्तान मेसी ने दमदार शॉट मारा, पेनल्टी किक को गोल करने का सबसे आसान तरीका माना जाता है, क्योंकि पेनल्टी मिलने पर गोलकीपर को छोड़कर विरोधी टीम को कोई भी खिलाड़ी घेरे में नहीं होता. ऐसे में भी मेसी चूक गए. अर्जेंटीना के कप्तान के सीधे लक्ष्य पर शॉट लगाया था, लेकिन आइसलैंड के गोलकीपर हैल्डोर्सन ने बेहतरीन बचाव किया और इसके साथ ही अर्जेंटीना की उम्मीदों पर भी पानी फिर गया.
कई मौको पर भी चूके
पेनल्टी किक जैसे सुनहरे मौको पर चूकने के अलावा आइसलैंड के खिलाफ मेसी पूरी तरह से फ्लॉप ही रहे. 66वें मिनट में 30 गज से मिली फ्री किक पर भी यह स्टार असफल रहा. मेसी ने मैच के दौरान गोल की ओर 11 शॉट लगाए, जिनमें से कुछ सही दिशा में नहीं रहते और कुछ का आइसलैंड के होलडोरसन ने इनका शानदार बचाव किया.