अपने अप्रत्याशित प्रदर्शन से सभी को चौंका देने वाली इंग्लैंड की टीम 28 साल बाद पहले विश्व कप सेमीफाइनल में उतरेगी तो उसे जज्बात पर काबू रखकर ‘जायंट किलर’ क्रोएशिया की चुनौती से पार पाना होगा. रूस में अपनी टीम के प्रदर्शन को देखते हुए सारा इंग्लैंड जश्न में सराबोर है. कोच जेरेथ साउथगेट की टीम ने देशवासियों का दिल जीत लिया है लेकिन कोच ने खिलाड़ियों को अपने पैर जमीन पर रखने की ताकीद की है. इंग्लैंड ने आखिरी बार 1990 में विश्व कप सेमीफाइनल खेला था और एकमात्र विश्व कप 1966 में जीता था.
चालीस लाख की आबादी वाले देश के लिए विश्व कप सेमीफाइनल में पहुंचना बड़ी बात है. मोद्रिच अतीत की कड़वी यादों को मिटाने के मकसद से फुटबॉल के इस महासमर में उतरे थे. वह यूरो 2008 क्वार्टर फाइनल में तुर्की के खिलाफ शूटआउट में पेनल्टी चूक गए थे.
उन्होंने कहा ,‘हम अतीत की नाकामियों का सरमाया लेकर आए हैं और एक एक करके सारे कर्ज उतार रहे हैं. उम्मीद है कि हम इस बार आखिरी तिलिस्म भी तोड़ देंगे.’
क्रोएशिया को अब तक मिली पांच जीत में तीन में मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार जीतने वाले मोद्रिच पर अपेक्षाओं का भारी दबाव है. अर्जेंटीना पर ग्रुप चरण में मिली जीत में दो गोल करने वाले मोद्रिच ने डेनमार्क और रूस के खिलाफ शूटआउट में भी गोल किए.
इंग्लैंड ने स्वीडन को 2-0 से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई जिसमें अली ने पहला गोल किया था. अब उसका सामना क्रोएशियाई टीम से है जिसने खिताब की प्रबल दावेदार रही अर्जेंटीना को ग्रुप चरण में हराया. उसके पास रीयाल मैड्रिड के मोद्रिच और बार्सिलोना के इवान रेकिटिच जैसे खिलाड़ी हैं.
दूसरी ओर क्रोएशियाई टीम इस अहम मुकाबले से पहले विवाद के घेरे में आ गई जब रूस पर पेनल्टी शूटआउट के बाद पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ओगजेन वुकोजेविच ने यूक्रेन के समर्थन वाली वीडियो क्लिप पोस्ट की. इसके बाद उन्हें दल से बाहर करके जुर्माना लगाया गया. फीफा के नियमों के तहत राजनीतिक बयानबाजी प्रतिबंधित है. तमाम विवादों के बावजूद क्रोएशिया ने पिछले 20 साल में विश्व कप में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है.